इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय ने इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के सोशल मीडिया एकाउंट्स को ब्लॉक करने में अमेरिकी कंपनी "मेटा" या पूर्व फेसबुक की कार्रवाई को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हवाले से पश्चिम की शत्रुता का संकेत क़रार दिया है।
हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान कहते हैं कि सोशल मीडिया के प्लेटफार्म मेटा से इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता का एकाउंट ब्लाक करना उचित काम नहीं है। ईरान के विदेश मंत्री का कहना है कि यह काम जहां पर अभिव्यक्त की स्वतंत्रता का खुला उल्लंघन है वहीं पर आपत्तिजनक, अनैतिक और ग़ैर क़ानूनी है।
मेटा ने 8 फरवरी को एक ग़ैर क़ानूनी काम करते हुए इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई के एकाउंट को ईंस्टाग्राम और फेसबुक पर ब्लॉक कर दिया था।
हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने शुक्रवार की रात मिडिल ईसट आई से बात करते हुए कहा कि यह काम मेटा के नैतिक पतन और दिवालियेपन को दर्शाता है। ईरान के विदेशमंत्री के अनुसार मेटा की ओर किया जाने वाला यह काम उन लाखों लोगों का भी अपमान है जो इसपर वरिष्ठ नेता को फालो करते हैं।
इससे पता चलता है कि पश्चिम में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दावा करने वाले इससे केवल अपने राजनीतिक हितों को साधते हैं। अब्दुल्लाहियान का कहना था कि मेटा का यह काम, अमरीकी सोशल नेटवर्क द्वारा फ़िलिस्तीन के समर्थकों की आवाज़ को व्यापक स्तर पर सेंसर करने के अभियान का भाग है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में विश्व में ग़ज़्ज़ा के अत्याचारग्रस्त फ़िलिस्तीनियों के सबसे बड़े समर्थक, आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई हैं। विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियान के अनुसार सेलीकोन वैली का साम्राज्य, इस आवाज़ को विश्व के आम जनमत तक पहुंचाने में बाधा नहीं बन सकता।
2021 तक फ़ेसबुक कंपनी के नाम से चलने वाली अमेरिकी कंपनी मेटा प्लेटफ़ॉर्म ने कुछ समय पहले एक शत्रुतापूर्ण कार्रवाई करते हुए इंस्टाग्राम और फेसबुक पर इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के खातों को ब्लॉक कर दिया जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का खुला उल्लंघन है।
इस कार्रवाई को सही ठहराते हुए मेटा ने दावा किया कि उसने ख़तरनाक संगठनों और व्यक्तियों के संबंध में कंपनी की नीतियों के उल्लंघन के कारण ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाहिल उज़मा सैयद अली खामेनेई के एकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया।
ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता से संबंधित पेजेज़ को पहले ट्विटर जैसे अन्य पश्चिमी प्लेटफार्मों पर ब्लॉक कर दिया गया था।
यह उन परिस्थितियों में है कि जब हालिया महीनों में इस शासन के अपराधों के बाद दुनियाभर के मुसलमानों का समर्थन, फिलिस्तीनी प्रतिरोध के लिए बढ़ा है क्योंकि सुप्रीम लीडर ने दुनिया की सरकारों पर ज़ायोनी शासन के साथ संबंध तोड़ने के लिए राष्ट्रों के दबाव डालने पर बल दिया था और उनका यह बयान सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रहा है और यही कारण है कि पश्चिम समर्थक सोशल मीडिया ने उनके पेजेज़ को ब्लॉक कर दिया है ताकि दुनिया तक सत्य की आवाज़ न पहुंच सके।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय ने इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के सोशल मीडिया एकाउंट्स को ब्लॉक करने में अमेरिकी कंपनी "मेटा" या पूर्व फेसबुक की कार्रवाई को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के हवाले से पश्चिम की शत्रुता का संकेत क़रार दिया है।
हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान कहते हैं कि सोशल मीडिया के प्लेटफार्म मेटा से इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता का एकाउंट ब्लाक करना उचित काम नहीं है। ईरान के विदेश मंत्री का कहना है कि यह काम जहां पर अभिव्यक्त की स्वतंत्रता का खुला उल्लंघन है वहीं पर आपत्तिजनक, अनैतिक और ग़ैर क़ानूनी है।
मेटा ने 8 फरवरी को एक ग़ैर क़ानूनी काम करते हुए इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई के एकाउंट को ईंस्टाग्राम और फेसबुक पर ब्लॉक कर दिया था।
हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने शुक्रवार की रात मिडिल ईसट आई से बात करते हुए कहा कि यह काम मेटा के नैतिक पतन और दिवालियेपन को दर्शाता है। ईरान के विदेशमंत्री के अनुसार मेटा की ओर किया जाने वाला यह काम उन लाखों लोगों का भी अपमान है जो इसपर वरिष्ठ नेता को फालो करते हैं।
इससे पता चलता है कि पश्चिम में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दावा करने वाले इससे केवल अपने राजनीतिक हितों को साधते हैं। अब्दुल्लाहियान का कहना था कि मेटा का यह काम, अमरीकी सोशल नेटवर्क द्वारा फ़िलिस्तीन के समर्थकों की आवाज़ को व्यापक स्तर पर सेंसर करने के अभियान का भाग है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में विश्व में ग़ज़्ज़ा के अत्याचारग्रस्त फ़िलिस्तीनियों के सबसे बड़े समर्थक, आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई हैं। विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियान के अनुसार सेलीकोन वैली का साम्राज्य, इस आवाज़ को विश्व के आम जनमत तक पहुंचाने में बाधा नहीं बन सकता।
2021 तक फ़ेसबुक कंपनी के नाम से चलने वाली अमेरिकी कंपनी मेटा प्लेटफ़ॉर्म ने कुछ समय पहले एक शत्रुतापूर्ण कार्रवाई करते हुए इंस्टाग्राम और फेसबुक पर इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता के खातों को ब्लॉक कर दिया जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का खुला उल्लंघन है।
इस कार्रवाई को सही ठहराते हुए मेटा ने दावा किया कि उसने ख़तरनाक संगठनों और व्यक्तियों के संबंध में कंपनी की नीतियों के उल्लंघन के कारण ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाहिल उज़मा सैयद अली खामेनेई के एकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया।
ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता से संबंधित पेजेज़ को पहले ट्विटर जैसे अन्य पश्चिमी प्लेटफार्मों पर ब्लॉक कर दिया गया था।
यह उन परिस्थितियों में है कि जब हालिया महीनों में इस शासन के अपराधों के बाद दुनियाभर के मुसलमानों का समर्थन, फिलिस्तीनी प्रतिरोध के लिए बढ़ा है क्योंकि सुप्रीम लीडर ने दुनिया की सरकारों पर ज़ायोनी शासन के साथ संबंध तोड़ने के लिए राष्ट्रों के दबाव डालने पर बल दिया था और उनका यह बयान सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रहा है और यही कारण है कि पश्चिम समर्थक सोशल मीडिया ने उनके पेजेज़ को ब्लॉक कर दिया है ताकि दुनिया तक सत्य की आवाज़ न पहुंच सके।