हमास की राजनीतिक शाखा के प्रभारी ने रमज़ान के दौरान युद्ध विराम का आह्वान किया है।
फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आन्दोलन हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माईल हनिया ने पवित्र रमज़ान के दौरान ग़ज़्ज़ा में संघर्ष विराम की मांग की है।
हनिया ने एक बयान जारी करके इस्लामी जगत के देशों के राष्ट्राध्यक्षों से ग़ज़्ज़ा में तत्काल युद्ध विराम का आह्वान किया है। शनिवार को जारी अपने संदेश में इस्माईल हनिया ने इस्लामी देशों के राष्ट्राध्यक्षों और मुसलमान धर्मगुरूओं का आह्वान किया है कि पवित्र रमज़ान के सम्मान और मस्जिदुल अक़सा की सुरक्षा के उद्देश्य से ग़ज़्ज़ा में तत्काल संघर्ष विराम के लिए कूटनीतिक प्रयास किये जाएं।
इसी साथ उन्होंने ग़ज़्ज़ावासियों के लिए खाद्य पदार्थों, दवाओं और मूलभूत आवश्यकता की वस्तुओं को पहुंचाने के उद्देश्य से मानवीय सहायता की प्रक्रिया को जारी रखने पर बल दिया है। इससे पहले हमास के नेता हनिया ने मांग की थी कि युद्ध अपराधों के कारण अवैध ज़ायोनी शासन के विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए।
दूसरी ओर ग़ज़्ज़ा की पट्टी में सरकारी स्तर पर बयान जारी करके बताया गया है कि ग़ज़्ज़ा वासियों पर ज़ायोनियों का आक्रमण अब छठे महीने में प्रविष्ट हो गया है। इस दौरान शहीदो, घायलों और लापता लोगों की संख्या लगभग एक लाख दस हज़ार हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनियों के आक्रमण में लगभग 31 हज़ार फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं जबकि घायलों की संखया 72 हज़ार का आंकड़ा पर कर गई है।