पिछले हिजरी शम्सी वर्ष 1402 में, ईरान के मेहनती, जज़्बों से ओतप्रोत और प्रयास करने वाले शोधकर्ताओं, मेधावियों और बुद्धिजीवी वर्ग ने क्रूर पश्चिमी प्रतिबंधों और ईरान की वैज्ञानिक प्रगति के रास्ते में खड़े किए जाने वाले अनगिनत उतार-चढ़ाव के बावजूद बड़ी कामयाबियां और उपलब्धियां हासिल की हैं।
ऐसी सफलताएं और तकनीकी प्रगतियां जो अक्सर आयातित और महंगी होती हैं और प्रतिबंधों के कारण उन्हें हासिल करना और बनाए रखना मुश्किल था।
इस रिपोर्ट में हम हिजरी शम्सी वर्ष 1402 में ईरानी शोधकर्ताओं और मेधावी वर्ग की कुछ उपलब्धियों को बयान करने का प्रयास करेंगे।
स्नो फ़ीवर वैक्सीन
हिजरी शम्सी वर्ष 1402 के दूसरे ही महीने में, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नालेज बेस्ड अर्थव्यवस्था के मामले में राष्ट्रपति के सलाहकार की उपस्थिति में, एक ईरानी नालेज बेस्ड कंपनी ने "स्नो फीवर एक्टिमाई वागिर" वैक्सीन की प्रोडक्शन लाइन का अनावरण किया।
स्नो फीवर एक्टिमाई वागिर वैक्सीन की प्रोडक्शन लाइन का अनावरण
"स्नो फीवर" वैक्सीन का स्थानीयकरण और उत्पादन करके, इस कंपनी के शोधकर्ताओं ने संक्रमित जानवरों की जटिलताओं और बीमारियों की गंभीरता को कम करने और बाकी झुंड के जानवरों को संक्रमित होने से बचाने में मदद की।
स्नो फीवर" या जिसे स्थानीय ज़बान में खुरपका और मुंहपका रोग कहा जाता है, सबसे हानिकारक पशुधन रोगों में से एक है जो पशुधन उद्योग को अपूरणीय क्षति पहुंचा सकता है।
कैंसर कोशिकाओं को अलग करने के लिए माइक्रोफ्लुइडिक चिप (सीटीसी)
पिछले वर्ष, ईरान मोतमद कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने माइक्रो-बेस प्रेजेंटेशन (एमपीए-चिप) (MPA-Chip) को आधार बनाकर माइक्रोफ्लुइडिक चिप्स को डिज़ाइन करने और उसे बनाने में सफलता हासिल की थी।
माइक्रोफ्लुइडिक चिप
इस किट में, इसी की तरह के विदेशी नमूनों की तुलना में कैंसर कोशिकाओं को अलग करने की शुद्धता और दक्षता बढ़ जाती है और संक्रमित कोशिकाओं पर यांत्रिक तनाव का प्रभाव कम हो जाता है।
क्रायोजेनिक तकनीक
एक और तकनीक जिसे ईरानी वैज्ञानिकों ने पिछले हिजरी शम्सी वर्ष 1402 में जो उपलब्धि हासिल की है उनमें "क्रायोजेनिक तकनीक" की ओर भी इशारा किया जा सकता है।
तापमान को शून्य से 196 डिग्री सेल्सियस तक कम करके पर्यावरण में हवा को द्रवीकृत करके, क्रायोजेनिक तकनीक मौजूदा गैसों को तरल पदार्थ में बदल देती है और विभिन्न गैसों को उनके अलग-अलग घनत्व के अनुसार विभिन्न स्तरों पर रखा जाता है और जिसकी वजह से विभिन्न प्रयोगों के लिए उन्हें अलग करना संभव हो जाता है।
क्रायोजेनिक टेक्नालाजी
अब इस तकनीक का उत्पादन, दुनिया के केवल पांच देश ही कर पा रहे हैं।
चिकित्सा क्षेत्र में प्रयोग होने वाले 4 नालेज बेस्ट प्रोडक्शन
"एंजियोग्राफी टूर्निकेट" जो एंजियोग्राफी ऑप्रेशन के बाद कलाई की रगों और धमनी को बंद करने के लिए प्रयोग होता है, "बायोप्सी फ़ोरपेस" जो एंडोस्कोपिक और कोलोनोस्कोपी ऑपरेशन में नमूने लेने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक उपकरण है, "लिगेशन क्लिप" जो लैप्रोस्कोपिक ऑपरेशन के बाद वाहिकाओं और रगों को बंद करने के लिए इस्तेमाल होता है, और "ऑर्थोडॉन्टिक वायर", वे चार उच्च उपयोगी और उन्नत चिकित्सा उत्पादन हैं जिन्हें वर्ष 1402 में ईरान की नालेज बेस्ड कंपनियों ने स्थानीयकृत किया था।
ईरान में बने चिकित्सा उत्पाद
ईरान के अंदर इन उन्नत चिकित्सा उत्पादों का उत्पादन कम से कम 6 मिलियन डॉलर की विदेशी मुद्रा के वार्षिक रूप से विदेशों में जाने से रोकता है।
जहाज़ के इंजन रूम का सिम्युलेटर
इंजन रूम सिम्युलेटर (Engine room simulator) उन अन्य उत्पादों में था जिसकी वर्ष 1402 में ईरानी नालेज बेस्ड कंपनियों ने डिज़ाइनिंग की और बनाया है।
इस उत्पाद में विभिन्न प्रकार के शिप प्रपोलशन सिस्टम (Ship propulsion systems) और डीजल इंजन, गैस टर्बाइन, भाप टर्बाइन और इलेक्ट्रिक मोटर से संबंधित सहायक मशीनरियों की जगह ही भरपाई करने की क्षमता पायी जाती है।
जहाज़ के इंजन रूम का सिम्युलेटर
इस सिम्युलेटर सिस्टम का आंतरिककरण करके, जहाज़ों के यांत्रिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम आपातकालीन स्थितियों में संचालन की कमियों को दूर किया जा सकता है जबकि इंजन कक्ष में लगने वाली आग के प्रकार और इसे बुझाने तथा अनेक प्रकार की समस्याओं को दूर करने को सिखाया जाता है और इसका और अभ्यास कराया जाता सकता है।
इंसुलिन के कच्चे माल का उत्पादन
हिजरी शम्सी वर्ष 1402 के छठें महीने में ईरान में इंसुलिन के कच्चे माल की प्रोडक्शन लाइन का उद्धटान हुआ और जिसके बाद इस लाइन ने काम करना शुरु किया।
यह वह उत्पादन लाइन है जिसने ईरान की शक्ति को बढ़ाया, क्योंकि पिछले वर्षों में ईरान में प्रतिबंधों और इंसुलिन की कमी के कारण देश को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा है।
इंसुलिन के कच्चे माल की प्रोडक्शन लाइन
इससे पहले, भारत और यूरोपीय देशों से ईरान में इंसुलिन का आयात किया जाता था और दवाओं की शीशियों की पैकेजिंग और भरने की प्रक्रिया ईरान में ही हुआ करती थी।
वैक्यूम ब्लीडिंग ट्यूब
"वैक्यूम ब्लीडिंग" ट्यूब हिजरी शम्सी वर्ष 1402 में ईरानी वैज्ञानिकों द्वारा निर्मित एक और महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण था।
"वैक्यूम ब्लीडिंग" ट्यूब तरल पदार्थ के नमूनों और रक्त संग्रह के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपकरणों में है, जो अपनी विशेषताओं के कारण ख़ून निकालने की प्रक्रिया को सुविधाजनक और तेज़ बनाता है।
वैक्यूम ब्लीडिंग ट्यूब
प्रतिवर्ष 60 मिलियन यूनिट की उत्पादन क्षमता के साथ हिजरी शम्सी वर्ष 1402 के सातवें महीने में खोले गए इस उत्पाद की प्रोडक्शन लाइन में, पहली बार पश्चिम एशिया में, अल्ट्रासोनिक तरंगों पर आधारित नोज़ल का उपयोग करके पाइपों में रसायनों को कोटिंग करने की तकनीक का उपयोग किया जाता है जो एक अनोखा, पूर्णतया स्वदेशी व स्थानीय एवं आधुनिक तकनीक से संपन्न तकनीक समझी जाती है।
पुलिस विभाग के लिए पांच स्मार्ट टेक्नालाजीज़
गाड़ियों के काग़ज़ात, लाइसेंस और अन्य चीज़ों के असली होने का पता करने वाला स्मार्ट सिस्टम, "एकल कमांड डैशबोर्ड जिसका लक्ष्य सेवाओं को शीघ्र प्रदान करना, भौगोलिक और समय व स्थान के आधार पर अपराधों के नोट करना और सही समय पर रिपोर्ट प्राप्त करना है, डेटा आब्ज़र्वर सिस्टम जिसका मक़सद सुरक्षा और डेटा निगरानी और ट्रैकिंग होता है, "पुलिस और ट्रैफिक नेटवर्क सिस्टम, जो पुलिस नेटवर्क, ट्रैफिक डेटा और यूज़र्स के बैंडविड्थ का सटीक अनुमान लगाने और उन्हें दर्ज करने के लिए प्रयोग होता है, ये वे सिस्टम हैं जिनें ईरान के जनरल पुलिस कमांड के लिए एक ईरानी नालेज बेस्ड कंपनी ने बनाया। इन उपकरणों का हिजरी शम्सी वर्ष 1402 में किया गया था।
एंटी कैंसर मेडिसिन
वर्ष 1402 हिजरी शम्सी में ईरानी वैज्ञानिकों की एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि कैंसर रोधी दवा "साइक्लोफॉस्फ़ामाइड" का स्थानीयकरण था। एक दवा जिसका उपयोग ल्यूकेमिया, डिम्बग्रंथि, स्तन, आंख आदि जैसे विभिन्न प्रकार के कैंसरों के इलाज के लिए अन्य कीमोथेरेपी दवाओं के साथ मिलाकर किया जा सकता है।
ईरान में कैंसर रोधी दवा "साइक्लोफॉस्फ़ामाइड" का स्थानीयकरण
यह दवा ईरान पर लगाए गये प्रतिबंधों में शामिल प्रतिबंधित वस्तुओं में थी और हर साल इसके लिए ईरान लगभग पांच मिलियन डॉलर विदेशी मुद्रा ख़र्च करता था।
16-स्लाइस सीटी स्कैन प्रोडक्शन
हिजरी शम्सी वर्ष 1402 के नवें महीने के अंत में सीटी स्कैन मशीन की उत्पादन लाइन और वेंटिलेटर का निर्यात, ईरान के खुरासान रज़वी प्रांत में शुरु किय गया था ।
16-स्लाइस सीटी स्कैन प्रोडक्शन
सीटी स्कैन मशीन का आयात मूल्य 2 लाख 20 हज़ार यूरो है। ईरान में इसके स्थानीय उत्पादन की वजह से प्रत्येक डिवाइस पर लगभग 30 हज़ार यूरो की बचत होगी।
इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस ट्रांसफार्मर
एक और तकनीक जिसे ईरानी शोधकर्ताओं और मेधावी वर्ग हासिल करने में कामयाब रहा है, वह इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस ट्रांसफार्मर का निर्माण है।
ईरान में इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस ट्रांसफार्मर का निर्माण
इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (Electric Arc Furnace) एक भट्ठी है जहां धातुओं को इलेक्ट्रिक आर्क का उपयोग करके पिघलाया जाता है। इस भट्टी को लोहा और इस्पात गलाने वाले उद्योग के सबसे महत्वपूर्ण और मूल्यवान उपकरणों में माना जाता है और उच्च तापमान वाले उत्पादन और उच्च उत्पादन दर जैसी विशेषताओं की वजह से इसका व्यापक रूप से लौह और अलौह वस्तुओं को पिघलाने में उपयोग किया जाता है।
यह एक ऐसा उत्पाद है जिसे हालिया वर्षों में प्रतिबंधों के कारण ईरान में आयात करना बहुत मुश्किल हो गया था।
नैनोबबल वाटर रिफ़ाइनरी सिस्टम
ईरान में इस प्रणाली के स्थानीयकरण की वजह से ईरान के उन सभी क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाला पेयजल उपलब्ध कराना संभव हो गया जो पीने के पानी में स्वाद और गंध की समस्या का सामना कर रहे थे।
ईरान में नैनोबबल जल शोधन प्रणाली का स्थानीयकरण
इस प्रोजेक्ट ने स्वाद और गंध पैदा करने वाले शैवालों, पदार्थों और यौगिकों को हटाने की दक्षता में वृद्धि की है, पानी की गुणवत्ता में सुधार किया है, उपचार संयंत्र के प्रवेश द्वार पर क्लोरीन और सक्रिय कार्बन इंजेक्शन प्रक्रियाओं को समाप्त किया है, लागत में काफी कमी की है और ओज़ोन गैस की खपत में 60 प्रतिशत कमी की है।