फिलिस्तीन में इस्राईल की ओर से जारी जनसंहार के खिलाफ अमेरिका के विश्वविद्यालयों में जारी प्रदर्शन तेज़ हो गया जिसे कुचलने के लिए प्रशासन ने बल प्रयोग करना शुरू कर दिया है।
ग़ज़्ज़ा के खिलाफ इस्राईल के बर्बर हमलों के खिलाफ अमेरिका के विश्वविद्यालयों में विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया। कई विश्वविद्यालयों में प्रदर्शनों को खत्म करने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़पे हुई हैं। कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लॉस एंजिल्स पुलिस ने कहा कि दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प के बाद पुलिस ने 93 लोगों को गिरफ्तार किया है। रॉयटर्स के अनुसार, दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय ने अपने परिसर को बंद करने की घोषणा की है। ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने दर्जनों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था। बोस्टन के इमर्सन कॉलेज में 108 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कैलिफोर्निया स्टेट पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी, हम्बोल्ट में प्रदर्शनकारियों को एक इमारत के अंदर रोक दिया गया है। इस्राईल के बर्बर आतंकी हमलों और 33000 से अधिक फिलिस्तीन नागरिकों की मौत के बाद कहीं कहीं यह विरोध प्रदर्शन यहूदी विरोधी भावना में बदलते नज़र आ रहे हैं।
ब्राउन यूनिवर्सिटी, मिशिगन यूनिवर्सिटी, कैम्ब्रिज में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और हम्बोल्ट में सहित अन्य परिसरों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने ग़ज़्ज़ा में नागरिकों पर ज़ायोनी हमलों पर लगाम लगाने के लिए अमेरिकी सरकार पर दबाव बनाने की मांग की है।
रॉयटर्स के अनुसार कोलंबिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष माइक जॉनसन के साथ उस समय धक्का-मुक्की और हूटिंग की जब वह फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन के विरोध में ज़ायोनी छात्रों का समर्थन करने मैनहट्टन परिसर में गए थे। छात्रों के मुताबिक, जॉनसन ने कैंपस में लगभग 40 यहूदी छात्रों से मुलाकात की।