इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि इस्लामी जागरूकता से निकट भविष्य में इस्लामी समुदाय और मानवता के लिए इस्लामी सभ्यता का उदय होगा।
आयतुल्लाहिल उज़मा इमाम ख़ामेनेई ने तेहरान में धर्मगुरू और इस्लामी जागरूकता शीर्षक के अंतर्गत आरंभ होने वाले अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में इस्लामी चेतना को इस्लामी जगत के सबसे महत्वपूर्ण मामलों में से एक बताया और कहा कि आज जो कुछ हमारे सामने है और जिसे कोई भी व्यक्ति नहीं रोक सकता, यह है कि संसार की घटनाओं के निर्णायक केंद्र में इस्लाम को उल्लेखनीय स्थान प्राप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि साम्यवाद और सामंतवाद के बाद शून्य का शिकार होने वाले आज के संसार में इस्लामी जागरूकता एक नई बात है। वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस्लामी जागरूकता, जिसका नाम तक लेने से साम्राज्यवादी मोर्चे के प्रवक्ता घबराते हैं, एक ऐसा तथ्य है जिसे पूरे संसार में देखा जा सकता है। आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि इस्लामी चेतना के आयाम अत्यंत व्यापक हैं, कहा कि कुछ अफ़्रीक़ी देशों में इस्लामी जागरूकता की व्याख्या के संबंध में जो बात देखी जा सकती है वह भविष्य का एक स्पष्ट चित्रण है जो अधिक बड़े वादों के पूरे होने की शुभ सूचना दे रहा है। उन्होंने इसी प्रकार इस्लामी गणतंत्र ईरान के तथ्यों को, जिन्हें स्वीकार करने के लिए शत्रु भी विवश हो गए हैं, ईश्वरीय वचन की पूर्ति तथा संयम और ईश्वर से ही सहायता चाहने का परिणाम बताया। इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा इमाम ख़ामेनेई ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान की उपलब्धियां, साम्राज्यवादी शक्तियों के समक्ष खड़े होने के मूल्यवान अनुभव हैं जिन्होंने इन शक्तियों को हिला कर रख दिया है।