ईरानी राष्ट्रपति कार्यालय में जड़ी-बूटियों और पारंपरिक चिकित्सा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विकास के सचिव मोहम्मद रज़ा शम्स अर्दकानी ने ईरान में पारंपरिक चिकित्सा के पुराने इतिहास का ज़िक्र करते हुए कहाः पारंपरिक चिकित्सा के कॉलेजों की स्थापना के बाद से इस क्षेत्र में अच्छी सफलता और प्रगति दिखाई दी है और 2022 के बाद दो बार हम विश्व में चौथे स्थान पर रहे हैं, जो एक संतोषजनक सफलता है।
शम्स अर्दकानी का कहना था कि पुरानी संस्कृति और सभ्यता के मद्देनज़र, ईरानी लोग पारंपरिक चिकिस्ता शैली को सकारात्मक रूप में देखते हैं। इस शैली ने भी लोगों का संतोष और भरोसा जीतने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहाः ईरान की नॉलेज बेस्ड कंपनियों ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रयास किए हैं, हमें मौजूदा संभावनाओं में वृद्धि के लिए काम करना चाहिए। हालिया वर्षों में प्रकृति की ओर वापसी को सभी क्षेत्रों में महसूस किया जा सकता है। हमें उम्मीद है कि हम उपलब्ध सुविधाओं का उपयोग करके इस क्षेत्र में अधिक सफलता हासिल कर सकते हैं।
शम्स अर्दकानी ने कहाः ईरान की पारंपरिक चिकित्सा शैली में जीवन शैली को सुधारने पर काफ़ी ज़ोर दिया गया है, इसीलिए उसकी सेवाओं तक लोगों की पहुंच आसान है।
उन्होंने कहा कि बीमारियों में कमी के लिए स्वास्थ्य के बारे में लोगों की जानकारी बढ़ाना और उनके व्यवहार में बदलाव ज़रूरी है। आज लाइफ़ स्टाइल में बदलाव की वजह से खाने पीने की आदतों में परिवर्तन हो रहा है और बीमारियां भी फैल रही हैं।
शम्स अर्दकानी ने कहा कि पारंपरिक चिकित्सा शैली के नियमों के मुताबिक़ खाना-पीना, स्वस्थ रहने के लिए बहुत ज़रूरी है।