इस्लामी देशों में रोयान इनफर्टिलिटी रिसर्च सेंटर की लोकप्रियता

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इस्लामी देशों में रोयान इनफर्टिलिटी रिसर्च सेंटर की लोकप्रियता

इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट के क्षेत्र में ईरान अब पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन चुका है।एक वैश्विक अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि रोयान इनफर्टिलिटी रिसर्च सेंटर, पुरूषों के बांझपन के इलाज करने वाले दुनिया के दस केन्द्रों में शामिल है।

रोयान रिसर्च सेंटर, ईरान और क्षेत्र में बांझपन के उपचार के क्षेत्र में सक्रिय केन्द्रों में एक है।  इनफर्टिलिटी के उपचार के संबन्ध में हालिया वर्षों के दौरान इसने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की हैं।

रोयान रिसर्च सेंटर के साइंटिफिक बोर्ड के एक सदस्य डाक्टर अहमद वुसूक़ ने बांझपन और मां तथा नवजात की देखभाल के संबन्ध में इस केन्द्र की कुछ विशेषताओं के बारे में संक्षेप में बताया है जिसका सारांश पेश कर रहे हैं।

बांझपन के उपचार में ईरान की आत्मनिर्भर्ता

इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट के क्षेत्र में ईरान अब आत्मनिर्भर हो चुका है।  इस केन्द्र में किये जाने वाले कामों में इसी जैसे विश्व के अन्य केन्द्रों के काम में कोई अंतर नहीं है।  अब यह दुनिया विशेषकर अमरीका और यूरोपीय देशों के विश्वसनीय इनफर्टिलिटी सेंटरों की पक्ति में पहुंच चुका है।

दुनिया में पुरूषों के इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट के 10 सेन्टरों में रोयान भी है

वैश्विक अध्ययनों के परिणाम बताते हैं कि ईरान का रोयान इनफर्टिलिटी रिसर्च सेंटर, पुरूषों के बांझपन के इलाज करने वाले दुनिया के दस केन्द्रों में शामिल हो चुका है।

मेडिकल एथिक्स के क्षेत्र में रोयान बहुत उच्च स्थान पर और मुसलमानों में इसका हार्दिक स्वागत

बहुत से देशों के लोग इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट के लिए रोयान सेंटर में आते हैं।  अध्ययनों से उनको यह बात पता चल चुकी है कि वैश्विक दृष्टि से ईरान का रोयान इनफर्टिलिटी रिसर्च सेंटर बहुत ऊंचा स्थान रखता है।  बहुत से ग़ैर ईरानी जोड़े भी इसलिए रोयान आते हैं क्योंकि उनको विश्वास है कि यहां पर मेडिकल एथिक्स का पूरा ध्यान रखा जाता है।  इस रिसर्च सेंटर में धार्मिक शिक्षाओं का पूरा ध्यान रखते हुए उपचार किया जाता है।  यही वजह है कि वे इस केन्द्र का चयन करते हैं।

प्रतिबंधों के बावजूद आत्मनिर्भर्ता

हालांकि प्रतिबंध कई बार इस केन्द्र के लिए चुनौती बने किंतु उसने उनको अवसर में बदल दिया।

डाक्टर वुसूक़ कहते हैं कि बांझपन के मरीज़ों के इलाज के लिए हमें ज़रूरत के उपकरणों की कमी का सामना करना पड़ा लेकिन हमने अनी ज़रूरत के सारे उपकरण ख़ुद तैयार कर लिए।  हमारे शोधकर्ता लगातार अथक प्रयासों से स्टैंडर्ट उपकरणों को बनाने में कामयाब रहे।  हमने बांझपन के उपचार के लिए अब कुछ उपकरण तैयार कर लिए हैं जैसे भ्रूण कैथेटर ट्रांसफर सेट, फ्रीज़ क्रियोट्यूब और पकचर नीडल आदि।  दवाओं पर लगे प्रतिबंधों के बावजूद अपने पास मौजूद दवाओं के माध्यम से हमने बांझपन का उचित ढंग से इलाज किया है।  इस समय हम दुनिया के अन्य उपचार केन्द्रों के साथ प्रतिस्पर्धा में सक्षम हैं।

बांझपन के इलाज के लिए स्टेम कोशिकाओं के प्रयोग में रोयान का बड़ा क़दम

बांझपन के उपचार में स्टेम कोशिकाओं का इस्तेमाल करना एक नया विषय है जिसपर रोयान सेंटर ने बहुत ध्यान दिया है।  इस सेंटर ने बांझपर के इलाज के साथ ही स्टेम सेल और रिजेनिरेटिव मेडिसिन के क्षेत्र में बड़े क़दम उठाए हैं।

गर्भावस्था की बहाली और शीघ्र रजोनिवृत्ति के लिए स्टेम कोशिकाओं का प्रयोग

आरंभिक रजोनिवृत्ति के उपचार में स्टेम सेल के प्रयोग और गर्भावस्था की बहाली के उपचार को रोयान रिसर्च सेंटर की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में गिना जाता है।

महिलाओं और पुरूषों के बांझपन के उपचार में नई प्रगति

रोयान रिसर्च सेंटर में स्टेम सेल के माध्यम से पुरूषों के बांझपन के उपचार पर शोध कार्य शुरू हो चुका है।  इसके अतिरिक्त स्टेम कोशिकाओं से ज़रिए महिलाओं के बांझपन का उपचार, पहले और दूसरे चरण को सफलता पूर्वक पार कर चुका है।  अब यह अपने तीसरे चरण में दाख़िल हो चुका है।

वैज्ञानिक और अनुसंधान क्षमता को बढ़ाने के प्रयास

रोयान रिसर्च सेंटर, वैज्ञानिक और अनुसंधान क्षमता को बढ़ाने पर विशेष रूप में ध्यान देता है।  यह अनुसंधान केन्द्र मूल रूप से विज्ञान और उपचार दोनों ही क्षेत्र में आवश्यक क्षमता रखता है।  इसी के साथ वह वैज्ञानिक अनुसंधान भी जारी रखे हुए है।

इसना समाचार एजेन्सी को दिये गए रोयान रिसर्च सेंटर के डाक्टर अहमद वुसूक़ के इंटरव्यू पर आधारित।

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