इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता का संदेश, पांच दिनों के राष्ट्रीय शोक का एलान

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इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता का संदेश, पांच दिनों के राष्ट्रीय शोक का एलान

इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता द्वारा जारी शोक संदेश में कहा गया है: इस कड़वी घटना में, ईरानी राष्ट्र ने एक ईमानदार और मूल्यवान सेवक खो दिया। उनके लिए जनता की भलाई और उनकी मर्ज़ी जो अल्लाह की मर्ज़ी का प्रतीक है, हर चीज़ से ज़्यादा महत्वपूर्ण थी। इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने इस्लामी गणराज्य ईरान के राष्ट्रपति डॉक्टर सैयद इब्राहीम रईसी और ईरान के संघर्षील एवं कर्मठ विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान, तबरेज़ के लोकप्रिय प्रख्यात इमामे जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन आले हाशिम और पूर्वी आज़रबाइजान के क्रांतिकारी और ईमानदार गवर्नर जनाब मालिक रहमती साहब, राष्ट्रपति रईसी से सुरक्षा अधिकारी साथ ही हेलिकॉप्टर के क्रू मेंबर की शहादत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए अपनी संवेदना और शोक प्रकट की है।

इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता द्वारा जारी किए गए शोक संदेश में इस प्रकार आया हैः

 

बिस्मिल्लाह अर्रहमान अर्रहीम

बेशक हम सिर्फ़ अल्लाह के लिए हैं और उसी की तरफ़ पलटकर जाने वाले हैं (सूरए बक़रह, आयत-156)

बहुत दुख और अफ़सोस के साथ मुजाहिद आलिम, जनता के हमदर्द, इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम के ख़ादिम हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन जनाब सैयद इब्राहीम रईसी और उनके सम्मानीय साथियों की शहादत जैसी मौत की तल्ख़ ख़बर मिली। यह दुखद घटना, सेवा की एक कोशिश के दौरान घटी, इस महान और बलिदानी इंसान के सरकारी पदों का पूरा दौर चाहे वह थोड़ी मुद्दत का उनका राष्ट्रपति काल हो या उससे पहले का दौर हो, पूरी तरह जनता, देश और इस्लाम की लगातार सेवा में गुज़रा।

प्रिय रईसी जानते ही नहीं थे कि थकन क्या चीज़ होती है। इस हृदयविदारक हादसे में ईरानी राष्ट्र ने अपने एक ईमानदार, मूल्यवान और दिल से प्यार करने वाले सेवक को खो दिया। उनके लिए जनता की भलाई और उनकी मर्ज़ी जो अल्लाह की मर्ज़ी का प्रतीक है, हर चीज़ से ज़्यादा महत्वपूर्ण थी और इसी लिए कुछ लोगों की एहसान फरामोशी और कुछ दुर्भावना रखने वालों के ताने उन्हें विकास एवं तरक़्क़ी और मामलों के हल के लिए दिन रात कोशिश से रोक नहीं पाते थे।

इस गंभीर हादसे में तबरेज़ के लोकप्रिय प्रतिष्ठित इमामे जुमा हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन आले हाशिम, संघर्षील और कर्मठ विदेश मंत्री जनाब हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान साहब, पूर्वी आज़रबाइजान के क्रांतिकारी और ईमानदार गवर्नर जनाब मालिक रहमती साहब, क्रू मेंबर और साथ मौजूद कुछ दूसरे लोग भी इस दुनिया को छोड़कर अपने ईश्वर से जा मिले। मैं पाँच दिन के आम शोक का एलान करता हूं और प्रिय ईरानी राष्ट्र की सेवा में संवेदना व्यक्त करता हूं।

संविधान की धारा 131 के मुताबिक़, जनाब मुख़बिर साहब, कार्यपालिका के प्रमुख का पद संभालेंगे और उन्हें चाहिए कि विधिपालिका और न्यायपालिका के प्रमुखों के सहयोग से ज़्यादा से ज़्यादा 50 दिन में नए राष्ट्रपति के चयन को सुनिश्चित बनाएं।

आख़िर में, मैं जनाब रईसी साहब की माँ, उनकी विद्वान और अज़ीम पत्नी और राष्ट्रपति के दूसरे परिजनों और राष्ट्रपति के साथ मौजूद दूसरे लोगों के सम्मानीय घर वालों ख़ास तौर पर जनाब आले हाशिम साहब के पिता की सेवा में दिल से संवेदना व्यक्त करता हूं और अल्लाह से उनके लिए सब्र और मरहूमीन के लिए अल्लाह की रहमत की दुआ करता हूं।

सैयद अली ख़ामेनेई

20/05/2024

 

 

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