तेहरान की नमाज़े जुमा के इमाम ने 11वें चरण के राष्ट्रपति चुनाव में जनता की व्यापक भागीदारी को देश के शत्रुओं की साज़िशों के मुक़ाबले में इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण क़दम क़रार दिया है।
आयतुल्लाह मोहम्मद अली मोव्वाहेदी किरमानी ने जुमे की नमाज़ के ख़ुतबों में हज़रत अली (अ) के शुभ जन्म दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि जून में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में जनता की व्यापक भागीदारी इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था को अभूतपूर्व मज़बूती प्रदान करेगी।
आयतुल्लाह किरमानी ने उल्लेख किया कि जो भी ईरानी नागरिक अपने देश से प्रेम करता है तो उसे चाहिए कि चुनावी प्रक्रिया में बढ़ चढ़कर भाग ले तथा इस्लामी क्रांति की आकांक्षाओं की सुरक्षा के लिए क़दम बढ़ाए।
आयतुल्लाह किरमानी ने कहा कि राष्ट्रपति को इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के मार्गदर्शन में आगे बढ़ना चाहिए तथा उनके आदेशों का पालन करना चाहिए और अपने देश की जनता से प्रेम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक अच्छे राष्ट्रपति को राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए हर प्रकार का प्रयास करना चाहिए तथा अयोग्य लोगों को किसी प्रकार की विशेषता प्रदान करने से बचना चाहिए।
आयतुल्लाह किरमानी ने इराक़ के पूर्व तानाशाह सद्दाम के पंजे से ख़ुर्रम शहर की आज़ादी को याद करते हुए कहा कि ईरानी जनता के ईश्वर पर विश्वास, सब्र एवं प्रतिरोध के कारण ख़ुर्रम शहर आज़ाद हुआ।