इस्राईली, फ़ेसबुक में और अफ्रीक़ी मूल के अमेरिकियों की आड़ में मुसलमानों पर हमले कर रहे हैं।

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इस्राईली, फ़ेसबुक में और अफ्रीक़ी मूल के अमेरिकियों की आड़ में मुसलमानों पर हमले कर रहे हैं।

मेटा कंपनी के शोधकर्ताओं ने एक गुट का रहस्योद्घाटन किया है जो इस्राईली प्रोपैगंडा से संबंधित था। इसी प्रकार मेटा कंपनी के शोधकर्ताओं ने अब तक फ़ेसबुक के 510 अकाउंट, 11 पेज, और इंस्टाग्राम पर 32 अकाउंट्स का पता लगाया है।

पार्सटुडे ने Endgadget मेटा के हवाले से एलान किया है कि एक इस्राईली बाज़ार कंपनी फ़ेसबुक पर फेक अकाउंट का इस्तेमाल करके फेसबुक प्लेटफ़ार्म और इंस्टाग्राम में अपने प्रभाव व कंपेन को मज़बूत करने के प्रयास में है।

इस इस्राईली कंपेन ने अमेरिका और कनाडा में आडियंस और यूज़र्स को लक्ष्य बनाया है और फ़िलिस्तीनियों के खिलाफ इस्राईल ने जो जंग आरंभ कर रखी है उसके संबंध में झूठी चीज़ों व तथ्यों को प्रकाशित व प्रसारित किया है।

इन अकाउंट्स ने अपना परिचय यहूदी और अमेरिकी अफ़्रीक़ी मूल के छात्रों और इसी प्रकार चिंतित नागरिकों के रूप में किया है और ऐसी पोस्टों को शेयर किया है जिसमें इस्राईल के सैनिक हमलों की प्रशंसा की गयी है और इस्राईल की आलोचना करने वाली राष्ट्रसंघ से संबंधित अनरवा जैसी संस्था पर हमला किया गया है।

मेटा कंपनी द्वारा प्रकाशित जानकारियों के अनुसार इन पोस्टों में इस्लामोफोबिया को कनाडा में शेयर किया गया है और मुसलमानों को उदारवाद का दुश्मन बताया गया है।

जो समीक्षा की गयी है उसके अनुसार उनमें से अधिकांश अकाउंट्स इस्राईल की STOIC कंपनी और इसी प्रकार X और YouTube के साथ सहयोग करते थे और इस्राईल और हमास के मध्य जंग और मध्यपूर्व में इस्राईल की नीतियों के आधार पर ऐसा किया गया है।

यह रिपोर्ट इसी तरह इस बात की सूचक है कि जो लोग इन अकाउंटों के पीछे हैं उनके अनुसार राजनेताओं के पेजों, संचार माध्यमों और दूसरे आम लोगों के पेजों पर बहुत अधिक दृष्टिकोणों को लिखकर मानसिक दबाव बनाने का प्रयास किया जाता था। 

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