अज़रबैजान के राष्ट्रपति, इल्हाम अलीयोव ने एक बार फिर ईरान के कार्यवाहक राष्ट्रपति मोहम्मद मुखबिर के साथ एक फोन कॉल में ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति सय्यद इब्राहीम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत पर संवेदना व्यक्त की और ईरान की सरकार और लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की। इल्हाम ने डॉ रईसी की शहादत को एक बड़ी क्षति बताया, यह केवल ईरान नहीं बल्कि सभी क्षेत्रीय देशों के खास कर मुस्लिम राष्ट्रों का नुकसान है।
मोहम्मद मुखबिर ने इल्हाम का आभार जताते हुए कहा जैसा कि शहीद राष्ट्रपति डॉ. रईसी ने कहते थे कि, ईरान और अजरबैजान के लोगों का एक दूसरे के साथ धार्मिक, आपसी रिश्तेदारी और दिल का रिश्ता है, जो एक अटूट बंधन है। मैं कहना चाहूंगा कि इलाक़े में शांति और स्थायित्व स्थानीय देशों की कोशिशों से ही आएगा। अवैध राष्ट्र इस्राईल व्यवहारिक दृष्टि से नाटो का ही सदस्य है और ऐसे पराए देशों को अगर इलाक़े में पैर जमाने का मौक़ा मिल गया तो यह पूरा इलाक़ा अशांत हो जाएगा।