इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने ११वें राष्ट्रपति चुनाव के प्रत्याशियों से सिफारिश की है कि वह संचार माध्यमों में अपने प्रचार के समय वास्तविकताओं और सही सूचनाओं पर भरोसा करें।
वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने बुधवार को संसद की स्थापना की वर्षगांठ के अवसर पर सांसदों से भेंट में बल दिया कि राष्ट्रपति पद के प्रत्याशियों पर टीवी और रेडियो में प्रचार के समय भारी कर्तव्य होता और उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि लोगों को आकृष्ट करने के लिए गलत सूचनाएं न दें और देश के बारे में केवल वास्तविकताएं ही उन्हें बताएं और मतदाताओं को आकृष्ट करने के लिए अन्य प्रत्याशियों का अपमान न करें।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि ईरानी जनता की सूझबूझ और टीवी व रेडियो पर उन्हें अपनी बात कहने के लिए जो अवसर दिया गया है उसके दृष्टिगत इस बात की बहुत संभावना है कि चुनाव में सही परिणाम तक पहुंच जाया जाए।
वरिष्ठ नेता ने भारी भागीदारी के साथ चुनाव आयोजन को शत्रुओं की धमकियों को प्रभावहीन बनाए जाने का कारण बताया और कहा कि इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था एक मज़बूत और जनता पर आधारित व्यवस्था है और इस प्रकार के चुनाव आयोजन से ईरान में सुरक्षा, शक्ति तथा सम्मान में वृद्धि का वातावरण बनेगा। वरिष्ठ नेता ने बल दिया कि सब को यह प्रयास करना चाहिए कि चुनाव जनता की भारी भागीदारी और उत्साह के साथ आयोजित हों क्योंकि क्रांति के आरंभ से अब तक इस्लामी गणतंत्र ईरान की शक्ति जनता के समर्थन के कारण ही है। उन्होंने बल दिया कि न्यायपालिका और सरकार दोनों के कानून के आधार पर अपने अपने कर्तव्य हैं और उन्हें अपनी सीमा में रहते हुए एक दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए।