14 जून को ईरान में 11वें राष्ट्रपति पद और चौथी नगर व ग्राम परिषद के चुनाव में मतदान करते इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई
ईरान में शुक्रवार को ग्यारहवें राष्ट्रपति पद और चौथी नगर व ग्राम परिषद के चुनाव के लिए मतदान आरंभ हुआ।
ईरान की इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने शुक्रवार को सुबह मतदान करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए चुनाव में ईरानी राष्ट्र की सही समय पर प्रभावी, उत्साहपूर्ण एवं बड़ी संख्या में उपस्थिति के महत्व पर बल दिया।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रिय ईरानी राष्ट्र को चुनाव में पूरे जोश के साथ भाग लेना चाहिए और वे यह जान लें कि राष्ट्र की ख़ुशहाली व भविष्य उनकी उपस्थिति व चयन पर निर्भर होगा।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि ईरानी जनता अपने भाग्य के निर्धारण में मुख्य भूमिका निभाती है यही कारण है कि शत्रु ईरानी राष्ट्र के विरुद्ध दुष्प्रचार करते हैं।
उन्होंने ईरान में चुनाव के बारे में अमरीकी अधिकारियों की टिप्पणी के बारे में कहा कि शत्रु के विचारों का ईरानी राष्ट्र पर कभी प्रभाव नहीं पड़ा और ईरानी राष्ट्र ने अपनी आवश्यकताओं और देश के हित में स्वंय निर्णय लिया है।
जिस प्रकार शुक्रवार की सुबह से लोग मतदान केन्द्रों पर नज़र आए उससे यह प्रतीत होता है कि इस चुनाव में भी ईरानी जनता बड़ी संख्या में भाग लेकर शत्रु को मायूस और उसके षड्यंत्र को विफल बना देगी।
एक बात स्पष्ट है वह यह कि जो भी राष्ट्रपति बने किन्तु इस्लामी गणतंत्र ईरान की मूल नीति में कोई परिवर्तन नहीं होगा।