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ईरान की परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख फ़रीदून अब्बासी ने मंगलवार को कहा कि तेहरान जब तक आवश्यकता है उस समय तक बीस प्रतिशत युरेनियम का संवर्धन जारी रखेगा।
उन्होंने कहा कि तेहरान के शोध संयंत्र के लिए बीस प्रतिशत तक संवर्धित युरेनियम का उत्पादन ईरानी राष्ट्र का अधिकार है जिसकी ईरानी राष्ट्र रक्षा करेगा।
फ़रीदून अब्बासी ने कहा कि बीस प्रतिशत युरेनियम संवर्धन पश्चिम के राज़ी होने या विरोध करने या इस संदर्भ में उसके दृष्टिकोण अपनाने से संबंधित मुद्दा नहीं है।
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम के संबंध में गुट पांच धन एक के दृष्टिकोण में कोई परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा कि आईएईए के निदेशक मंडल की बैठक में गुट पांच धन एक के प्रतिनिधियों की ओर से बयान से प्रकट होता है कि ईरान के संबंध में उनका पिछला दृष्टिकोण नहीं बदला है।
ज्ञात रहे अमरीका और उसके कुछ घटक ईरान पर शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम की आड़ में परमाणु शस्त्रों की प्राप्ति के प्रयास का आरोप लगाते हैं और इसी आरोप के बहाने अमरीका ने ईरान पर एकपक्षीय प्रतिबंध लगा दिए हैं जबकि ईरान का कहना है कि उसकी समस्त परमाणु गतिविधियां शांतिपूर्ण हैं जो आईएईए के निरीक्षण में जारी हैं और वह परमाणु अप्रसार संधि एनपीटी के सदस्य देश के नाते शांतिपूर्ण उद्देश्य के लिए परमाणु ऊर्जा के प्रयोग के अपने मूल अधिकार पर बल देता है।
आईएईए ने भी ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों का अनेक बार निरीक्षण किया है और उसे ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले जिससे पश्चिमी देशों के आरोपों की पुष्टि हो।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई ने भी परमाणु शस्त्रों के निर्माण के वर्जित होने का फ़तवा दिया है।
ज़ायोनी परमाणु प्रतिष्ठान में काम करने वाले मर्दख़ाय वनूनो की सूचना के आधार पर जो उन्होंने 1980 के दशक में द संडे टाइम्ज़ को दी थी, अधिकाशं विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय ज़ायोनी शासन के पास 200-300 परमाणु वारहेड्स हैं।
कितनी अजीब बात है कि मध्यपूर्व में 200 से अधिक परमाणु वारहेड्स से संपन्न ज़ायोनी शासन से पश्चिमी देश यह तक नहीं पूछते कि वह अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के निरीक्षकों को अपने परमाणु प्रतिष्ठानों के निरीक्षण की अनुमति क्यों नहीं देता और परमाणु अप्रसार संधि एनपीटी से क्यों नहीं जुड़ता।