कोई भी शैतान ईरान पर हमला करने की हिम्मत नहीं कर सकता

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कोई भी शैतान ईरान पर हमला करने की हिम्मत नहीं कर सकता

इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति ने कहा: आज ईरान की रक्षा और प्रतिरोधक शक्ति, इस स्तर पर पहुंच गई है कि किसी भी शैतान को ईरान पर हमले के बारे में सोचने की भी हिम्मत नहीं है।

पवित्र प्रतिरक्षा सप्ताह के अवसर पर तेहरान में देश के सशस्त्र बलों की परेड के दौरान ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान ने इस बात पर जोर दिया कि ईरान की जनता ने इराक़ी तानाशाह सद्दाम द्वारा थोपे गये आठ साल के युद्ध के दौरान दुश्मनों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

उनका कहना था कि यह साज़िश सैन्य बलों और ईरान के सभी लोगों की एकता की वजह से ही नाकाम हुई जो साम्राज्यवादी देशों द्वारा ईरान और इस्लामी क्रांति को नष्ट करने के लिए अंजाम दी गयी थी और जनता ने दुश्मनों को निराश कर दिया और कायरतापूर्ण हमलों को बेअसर कर दिया।

 राष्ट्रपति पिज़िश्कियान ने कहा: पवित्र प्रतिरक्षा सप्ताह उन महान और अज्ञात शहीदों के बलिदान की याद दिलाता है जिन्होंने इस्लामी क्रांति की रक्षा के लिए इस ज़मीन में जगह अपने पाक ख़ून का बलिदान दिया।

इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति ने एकता सप्ताह का ज़िक्र करते हुए कहा: आज, हम पूरी दुनिया के सामने पूरी ताक़त से यह घोषणा कर सकते हैं कि हम अपने देश की रक्षा करने में सक्षम हैं और साथ ही मुस्लिम देशों के साथ एकता और सामंजस्य और इन प्रियजनों के साथ, अपने क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिर बनाए रखने में भी सक्षम हैं। राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान ने कहा कि आइए शांति, सम्मान और गौरव को दुनिया के सामने पेश करें और एकता और एकजुटता के साथ रक्तपिपासु, हड़पने वाले और नरसंहार करने वाले ज़ायोनी शासन को उसकी औक़ात दिखाएं जो न तो महिलाओं और बच्चों पर दया करता है, न ही बूढ़ों और युवाओं पर।

 राष्ट्रपति ने कहा कि यदि इस्लामी उम्मा एकजुट हो जाए तो ज़ायोनी शासन इस तरह के अपराध नहीं कर पाएगा। इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति ने देश में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए इस्लामी गणतंत्र ईरान के सशस्त्र बलों के प्रयासों की सराहना की और ज़ोर दिया: आज ईरान का सम्मान और अधिकार, सशस्त्र बलों के बलिदानों की देन है।

 

 

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