इराकी सद्र तहरीक के नेता मुक्तदा सद्र ने इस्राइली अपराधों के खिलाफ अरब और इस्लामी देशों की कोताहियों पर कड़ी आलोचना करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा,यह देश इस्राइली आक्रामकता और अत्याचारों के सामने चुप्पी साधे हुए हैं और अपने स्वार्थ के लिए इज़राईल राज्य के साथ संबंध सामान्य कर रहे हैं।
इराकी सद्र तहरीक के नेता हज़रत सैयद मुक्तदा सद्र ने इस बात पर अफसोस जताया कि अरब और इस्लामी देश न केवल अपने सिद्धांतों और अधिकारों से पीछे हट रहे हैं बल्कि वे फ़िलस्तीन और लेबनान में बहने वाले मासूम ख़ून पर भी खामोश हैं।
उन्होंने इस रवैये को शर्मनाक क़रार देते हुए कहा, ये देश अपनी कोताहियों और ग़फ़लत की वजह से लगातार टूट-फूट और कमज़ोरी का शिकार हो रहे हैं जबकि दूसरी तरफ़ जहालत, ग़रीबी और भ्रष्टाचार उन्हें दिन-ब-दिन और भी विभाजित और कमज़ोर कर रहे हैं।
इराकी सद्र आंदोलन के नेता ने इस बात पर जोर दिया कि अरब और इस्लामी देश लगातार कोताहियों और लापरवाहियों के परिणामस्वरूप एक के बाद एक टूट-फूट और कमज़ोरी का शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने ने आगे कहा,या फिर मैं इस्लामी उम्मत और उनके देशों के रवैये पर शर्म से अपना सिर झुका लूं, जिन्होंने अपने होंठ सिल लिए, अपने दिल कठोर कर लिए, और इस्राइली आतंकवादी दुश्मन के साथ संबंध सामान्य कर लिए अपने स्वार्थ के लिए दुश्मन का साथ दिया अपनी आरज़ुओं का सौदा किया और अपने हक़ों से पीछे हट गए
उन्होंने कहा, इस समय धर्म से दूरी की वजह से अरब और अन्य इस्लामी देश एक के बाद एक असफलता और ग़फ़लत का शिकार हो रहे हैं और जहालत, ग़रीबी, भ्रष्टाचार और मतभेदों की हवाएं उन पर हमला कर रही हैं, जो उन्हें दिन-ब-दिन टुकड़े-टुकड़े और कमज़ोर कर रही हैं।