मलेशिया के प्रधान मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मुसलमानों को हमेशा दृढ़ रहना चाहिए और एकता के अर्थ और आवश्यकता को समझना चाहिए, एकता विकास के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है।
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार, मलेशिया के प्रधान मंत्री अनवर इब्राहीम ने कुआलालंपुर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में देश की 64वीं कुरान हिफ़्ज़ और क़िराअत प्रतियोगिता के उद्घाटन पर कहा, इस्लामी देशों के बीच भ्रम और विभाजन हमलों, अपमान और दुश्मनों का प्रभुत्व का एक कारक बन सकता है। जैसा कि हम गाजा, फ़िलिस्तीन और अब लेबनान में देख रहे हैं।
उन्होंने जोर दिया, मुसलमानों को हमेशा दृढ़ रहना चाहिए और एकता के अर्थ और आवश्यकता को समझना चाहिए जो एक स्थायी अर्थव्यवस्था के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है।
उन्होंने कहा मुसलमानों को किसी भी कार्य को करने में समझ धैर्य और चातुर्य होना चाहिए क्योंकि योजना ही अगले कदम का आधार होगी यही कारण है कि हमने अपनी सरकार में मजबूत एकता बनाकर और अपने देश में मुसलमानों और गैर-मुसलमानों के बीच समझ और शांति सुनिश्चित करके शुरुआत की है।
उन्होंने कहा, यह न केवल स्थिर बल्कि मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए एक शर्त है शहरी, ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों और अन्य समुदायों के गरीबों को जो खुद को हाशिए पर महसूस करते हैं आराम और आत्मविश्वास मिलना चाहिए।
इसके अलावा मलेशिया के प्रधान मंत्री ने लोगों से उनकी सरकार द्वारा सामने रखी गई नागरिक राष्ट्र की अवधारणा को समझने के लिए कहा क्योंकि कई देशों में ऐसा दृष्टिकोण नहीं है।
अनवर ने मुसलमानों को नए विज्ञान और प्रौद्योगिकियों को सीखने के लिए भी आमंत्रित किया क्योंकि इससे अब और भविष्य में उनकी शक्ति मजबूत होगी।
उन्होंने कहा,यही कारण है कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि अब देश भर में कुरान कंठस्थ स्कूलों के लगभग 200,000 छात्रों को ऊर्जा, डिजिटल और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी कौशल से परिचित कराया जाए।
प्रधानमंत्री ने यह भी उम्मीद जताई कि इस देश की 64वीं कुरान प्रतियोगिता मुस्लिम समुदाय के स्तर को ऊंचे और सराहनीय स्तर पर पहुंचाएगी।