आयतुल्लाहिल उज़मा नूरी हमदानी ने हौज़ा ए इल्मिया क़ुम के अध्यापकों से मुलाकात में कहा है कि इस्लामी देशों को अवैध इस्राइली सरकार के साथ अपने संबंध तुरंत समाप्त कर लेने चाहिए शहीदों के पवित्र खून की बरकत से इस्राइली सरकार का अंत होगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, आयतुल्लाह नूरी हमदानी ने रविवार 13 अक्टूबर 2024 को क़ुम के कुछ शिक्षकों से मुलाकात में उम्मत-ए-मुस्लिम के मौजूदा हालात को नाज़ुक बताया और सभी मुसलमानों तथा दुनिया के स्वतंत्र विचार रखने वाले लोगों से इस्राइली सरकार के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है।
उन्होंने सैयद हसन नसरल्लाह की शहादत को एक महान त्रासदी करार दिया और कहा कि हिज़्बुल्लाह और मजबूत होगा और शहीदों का खून इस्राइली सरकार के पतन का कारण बनेगा।
आयतुल्लाह नूरी हमदानी ने इस्राइली सरकार द्वारा इस्लामी नेताओं को निशाना बनाने की कोशिशों को उनके पतन का संकेत बताया और इस्लाम में बलिदान और शहादत के महत्व पर ज़ोर दिया।
उन्होंने कहा कि दुश्मन यह नहीं समझते कि इस्लाम में अल्लाह के रास्ते में मौत को एक बड़ी खुशकिस्मती माना जाता है, जैसा कि तेहरान की ऐतिहासिक जुमे की नमाज़ में देखा गया जब रहबर-ए-मुअज़्ज़म ने धमकियों के बावजूद जुमआ की नमाज़ अदा की और एक महान जोशीला ख़ुत्बा दिया।
उन्होंने आयतुल्लाह सीस्तानी को दी गई इस्राइली धमकियों की कड़ी निंदा की और कहा कि दुश्मन आयतुल्लाह सीस्तानी के मज़बूत और प्रभावी रुख से नाराज़ हैं, लेकिन उनकी महानता और बढ़ गई है इस्राइली सरकार द्वारा इस्लामी दुनिया की इस महान शख्सियत के अपमान की हम कड़ी निंदा करते हैं और अल्लाह से दुआ करते हैं कि वह उन्हें और अधिक इज़्ज़त और महानता अता करे।