फिलिस्तीन, लेबनान समेत सीरिया मे सभी अंतर्राष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए हमले करने वाली ज़ायोनी सेना केलिए सीरिया से बुरी खबर आ रही है । मक़बूज़ा फिलिस्तीन की सीमा पर रूस ने अपनी सेना तैनात करने का फैसला किया है। सीरिया के इलाके में रूस ने अपना सैन्य बेस बना लिया है। यह सैन्य बेस ऐसे इलाके में है जो प्रॉक्सी संगठनों का सबसे बड़ा टारगेट है। दावा किया जा रहा है कि सैन्य बेस के बहाने रूस इस इलाके में प्रॉक्सी संगठनों को हथियार के साथ संरक्षण भी देगा। दरअसल, ज़ायोनी ऑपरेशन के दौरान रूसी सैनिक हमले की चपेट में आए तो पुतिन के लिए पलटवार करने का मौका होगा। यह बेहद संवेदनशील और विवादित इलाका है, जिसे गोलन हाइट्स कहते हैं। यहां एक अतिक्रमणकारी ज़ायोनी सेना तैनात है, तो दूसरी तरफ सीरिया में प्रॉक्सी संगठनों के कई ठिकाने हैं। सीरिया अपने गोलन हाइट्स को वापस लेना चाहता है, लेकिन अवैध राष्ट्र इस इलाके में अपनी 30 से अधिक बस्तियां बसा चुका है। अब इसी इलाके के करीब रूस की सेना की तैनाती बढ़ाई गई है।