तेहरान में जुमा के नमाज़ के भाषण में आयतुल्लाह मोवह्हदी किरमानी ने सीरिया के विरुद्ध किसी की प्रकार के सैन्य आक्रमण को युद्ध प्रेमी देशों के लिए हानिकारक तथा इस्राईल के विनाश का कारण बताया है।
आयतुल्लाह मोवह्हदी किरमानी ने सीरिया की स्थिति और इस देश के विरुद्ध अमेरिका की सैन्य धमकियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि सीरिया पर हमले के घातक परिणामों से केवल सीरिया ही नहीं बल्कि आक्रामक देशप्रभावित होंगे और इस्राईल का विनाश हो।
उन्होंने आशा प्रकट की है कि अमेरिका सीरिया के संबंध में सूझबूझ से काम लेगा और एक युद्ध आरंभ करके क्षेत्र में अस्थिरता का कारण नहीं बनेगा। आयतुल्लाह मोवह्हदी किरमानी ने इसी प्रकार मिस्र की स्थिति ओर संकेत करते हुए कहा कि बड़े दुख की बात है कि मिस्र जैसे सभ्य तथा विद्वानों और बुद्धिजीवियों के देश को ऐसी स्थिति का सामना है। उन्होंने कहा कि मिस्र में जारी हिंसा अमेरिकी साम्राज्यवाद और ज़ायोनियों के षडयंत्रों का परिणाम है। आयतुल्लाह मोवह्हदी किरमानी ने मिस्री जनता से अपील कि वे चेतना के साथ एकता स्थापित करें और एक दूसरे के सहयोग से ज़ायोनियों का मुकाबला करें। तेहरान के इमामे जुमा ने इमाम खुमैनी के नेतृत्व में इस्लामी क्रांति की सफलता को साम्राज्यवादी शक्तियों की बौखलाहट का कारण बताया और कहा कि कि ईरानी सेना ने पवित्र रक्षा के दौरान अपने साहस और बलिदान तथा दृढ़ता से शत्रुओं के षडयंत्रों को विफल बना दिया।
उन्होंने इसी प्रकार मानवता की सहायता के लिए संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद के गठन के दावों को सफेद झूठ बताया और कहा कि वास्तव यह संस्थान विश्व साम्राज्य के हाथों का खिलौना हैं और वे इन संस्थानों को अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए प्रयोग करते हैं।