विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता ने एबीसी टीवी चैनल के साथ अमरीकी राष्ट्रपति के साक्षात्कार में उनके बयान को, युद्ध के आतार्किक व गैर कानूनी विकल्प पर वाइट हाउस के आग्रह की संज्ञा दी है।
विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता मरज़िया, अफ़ख़म ने कहा कि प्रभावशाली लाबियों द्वारा अमरीकी विदेश नीतियों को बंधक बनाया जाना, एक ठोस वास्तविकता है किंतु केवल इसी लाबी के हितों की पूर्ति के लिए अंतरराष्ट्रीय नियमों और संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणापत्र का उल्लंघन करते हुए युद्ध के विकल्प को अपनाने का कोई औचित्य नहीं है।
विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता ने आशा प्रकट की कि ओबामा सरकार, ईरानी राष्ट्र से टकराव की पहले की अमरीकी सरकारों से पाठ लेते हुए, यह स्वीकार कर लेगी कि इस्लामी गणतंत्र ईरान के विरुद्ध धमकीपूर्ण स्वर का, परमाणु तकनीक के अधिकार की प्राप्ति के ईरानी राष्ट्र के संकल्प को कोई प्रभाव नहीं होगा और केवल सम्मानजनक भाषा से ईरान के साथ वार्ता की जा सकती है।
विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता ने बल दिया कि परमाणु ऊर्जा की अंतरराष्ट्रीय एजेन्सी ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम में उल्लंघन न होने पर बारम्बार बल दिया है और जैसा कि ईरान के राष्ट्रपति ने हालिया दिनों में कहा है ईरान वार्ता प्रक्रिया के लंबे होने का विरोधी है और उसका मानना है कि दूसरे पक्ष में संकल्प होने की दशा में बड़ी तेज़ी के साथ परमाणु मामले का समाधान मिल सकता है।
याद रहे अमरीकी राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने अपने साक्षात्कार में कहा था कि अमरीका ईरान पर सैन्य आक्रमण के लिए तैयार है।