गुट पांच धन एक और ईरान के मध्य परमाणु वार्ता में सहमति में रोड़े अटकाने वाले फ्रांस ने ईरान के परमाणु मामले के समाधान के लिए कुछ शर्तें पेश की हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति ने अवैध अधिकृत फिलिस्तीन की अपनी यात्रा के दौरान ईरान के परमाणु मामले के समाधान के लिए ४ शर्तें पेश की हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद ने इस्राईली प्रधानमंत्री बिन यामिन नितिनयाहू के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ईरान के परमाणु मामले पर आगामी वार्ता की ओर संकेत करते हुए अपनी शर्तों का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि सब से पहले ईरान को अपने सभी परमाणु प्रतिष्ठान अंतरराष्ट्रीय निगरानी में देने होंगे और दूसरे उसे बीस प्रतिशत यूरेनियम का संवर्धन रोकना होगा, तीसे ईरान को सवंर्धित यूरेनियम के भंडार में कमी करनी होगी और चौथे, अराक के भारी पानी के रिएक्टर का निर्माण रोकना होगा।
उन्होंने कहा कि वे एक आरंभिक सहमति का समर्थन करते हैं किंतु उसके लिए भी उनकी शर्तों का पालन ज़रूरी है। फ्रांस के राष्ट्रपति ऐसी दशा में समाधान के लिए शर्त लगा रहे हैं कि जब उनके विदेश मंत्री ने ही पिछली वार्ता को सहमति तक पहुंचने से रोक दिया था। टीकाकारों का कहना है कि अमरीका की ओर से निराश होने के बाद इस्राईल और सऊदी अरब ने ईरान और पश्चिम के मध्य सहमति को रोकने के लिए फ्रांस को मोहरा बनाया है और इसके बदले उसे सऊदी अरब की ओर से बड़ा व्यापार मिलने की आशा है।