जेनेवा में इस्लामी गणतंत्र ईरान के साथ सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों और जर्मनी का परमाणु समझौता क्षेत्र और विश्व के देशों के लिए इतना महत्वपूर्ण है कि समझौता जो जाने के तीसरे दिन भी प्रतिक्रियाओं का क्रम जारी है जबकि मीडिया में यह समझौता सुर्खियों में है।
समझौते पर व्यापक रूप सकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई है जबकि इस्राईल ने समझौते पर बड़ा आक्रोश जताया है।
समझौते पर अपनी प्रतिक्रिया में ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख अली अकबर सालेही ने कहा कि इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता के दूरदर्शी निर्देशों की सहायता से हम अपने लक्ष्य की रक्षा करने में सफल रहे हैं। अली अकबर सालेही ने कहा कि ईरानी जनता के 34 वर्षों से जारी प्रतिरोध का प्रतिफल सामने आया है। ईरान की संसद ने भी समझौते के समर्थन की घोषणा की है। ईरान के विदेशमंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि ईरानोफ़ोबिया फैलाने की योजना चारों खाने चित गिरी है और जो लोग अपने अवैध हितों के लिए ईरान की बुरी छवि पेश करने का प्रयास कर रहे हैं उन लोगों को इस्लामी गणतंत्र ईरान और विश्व शक्तियों के बीच परमाणए समझौते पर गिहरी निराशा हुई है। सोमवार की रात इस्लामी गणतंत्र ईरान न्यूज़ नेटवर्क के साथ विशेष बातचीत में श्री ज़रीफ़ ने कहा कि तेल अबीब ने भी जेनेवा समझौते को शताब्दी का सबसे बड़ा समझौता कहा है और अब ईरान के शत्रु इस समझौते के कार्यान्वयन को रोकने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहे हैं। लेबनान के संसद सभापति ने कहा कि ईरान और गुट पांच धन एक का परमाणु समझौता बहुत महत्वपूर्ण तथा वर्तमान युग का सबसे बड़ा समझौता है। तेहरान यात्रा पर आए लेबनान के संसद सभापति ने कहा कि ईरान ने अपने संयम, साहस, प्रतिरोध, संघर्ष और शक्ति से यह लक्ष्य प्राप्त किया है। दूसरी ओर फ़्रांस के विदेश मंत्री लोरेन फ़ेबियस ने कहा कि ईरान के विरुद्ध योरपीय संघ के प्रतिबंध अगले सप्ताह से उठाए जाएंगे। समझौते पर इस्राईल ने बड़ी अप्रसन्नता जताई है और विशेष रूप से ज़ायोनी प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतनयाहू तथा विदेश मंत्री एविग्डर लेबरमैन ने समझौते को एतिहासिग ग़लती और बहुत बुरा समझौता बताया।
इस बीच अमरीकी राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने ईरान के परमाणु समझौते के विरुद्ध विषैला प्रचार करने वालों को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अभी एक समग्र समझौते पर पहुंचना है अतः जेनेवा समझौते के विरुद्ध ज़हर उगलने से बचना चाहिए।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने इस्राईल को चेतावनी देते हुए कहा कि परमाणु समझौते को प्रभावित करने का प्रयास न करे।
टीकाकारों का मानना है कि जेनेवा में विश्व शक्तियों के साथ ईरान की जो वार्ता हुई और उसका जो परिणाम निकला वह ईरान की शक्ति और क्षमता का खुला प्रदर्शन है।