हिज़बुल्लाह लेबनान के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा है कि ज़ायोनी शासन के षड्यंत्र, हिज़बुल्लाह संगठन का मुख्य मुद्दा है।
उन्होंने शुक्रवार को हिज़बुल्लाह के वरिष्ठ कमान्डर हस्सान अलक़ीस के संबंध में आयोजित एक कार्यक्रम कहा कि हस्सान अलक़ीस की हत्या, प्रतिरोध की पूर्व की सफलताओं से प्रतिशोध लेने और प्रतिरोध के मुख्य आधारों को हानि पहुंचाने के लिए की गयी है।
उन्होंने कहा कि हस्सान अलक़ीस की शहादत से हिज़बुल्लाह ने एक बार फिर प्रतिरोध पर प्रतिबद्धता की क़ीमत चुकाई है और हमारे जवान इस बात का प्रयास कर रहे हैं ताकि प्रतिरोध, ज़ायोनी शासन से टकराव के लिए बेहतरीन स्थिति में रहे क्योंकि हिज़बुल्लाह का मुख्य मुद्दा ज़ायोनी शासन है।
हिज़बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह ने लेबनान के आंतरिक मतभेदों के बारे में कहा कि हिज़बुल्लाह के विरुद्ध युद्ध का सरकार से कोई लेना देना नहीं है और न ही चुनाव क़ानून पर पाये जाने वाले मतभेद इसके मुख्य कारण है बल्कि इन सबसे बढ़कर मुख्य मामला प्रतिरोध को समाप्त करना है।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने इसी प्रकार देश के सुरक्षा बलों पर हुए हालिया आक्रमणों के बारे में कहा कि हालिया दिनों में सुरक्षा बलों पर आक्रमण में तेज़ी आई है जबकि सेना पर आक्रमण ख़तरनाक है और यह सेना के कमज़ोर होने का कारण बनेगा, सभी को सेना का समर्थन करना चाहिए क्योंकि यही वह संस्था है जिस पर सब सहमत हैं।