पाकिस्तान की केन्द्र सरकार ने प्रतिबंधित तालेबान संगठन से एक बार फिर बातचीत आरंभ करने के प्रयास तेज़ कर दिए हैं।
तालेबान संगठन के मुखिया हकीमुल्लाह महसूद की अमरीकी ड्रोन हमले में हमत्या के बाद बातचीत की प्रक्रिया खटाई में पड़ गई थी और लगभग दो सप्ताह पहले ही सरकार की ओर से तालेबान के साथ बातचीत के मार्ग को प्राथमिकता देने की घोषणा के कुछ ही घंटे बाद तालेबान ने सरकार की ओर से वार्ता का प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने जमीअते उलमाए इस्लाम के नेता मौलाना समीउल हक़ से इस्लामाबाद में बातचीत की जिसमें उनसे तालेबान के साथ बातचीत की प्रक्रिया आरंभ करने की अपील की। सूचना के अनुसार प्रधानमंत्री ने मौलाना समीउल हक़ से कहा कि हम तालेबान से वार्ता चाहते हैं और हम इसके हित में हैं। मुलाक़ात में मौलाना समीउल हक़ ने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध युद्ध में अमरीका के साथ सहयोग की नीति में बदलाव लाना होगा और क़बायली क्षेत्रों में अमरीकी ड्रोन हमले रुकवाने के लिए ठोस क़दम उठाना होंगे।