पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ के एक वकील ने रविवार को कहा कि मुशर्रफ बीमारी के कारण सोमवार को देशद्रोह मामले की सुनवाई में पेश नहीं होंगे। याद रहे पाकिस्तान के सत्तर वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति को गुरुवार के दिन इस्लामाबाद में देशद्रोह मामले की सुनवाई के लिए स्थापित विशेष अदालत जाते हुए अचानक रास्ते में दिल की तकलीफ के कारण रावलपिंडी के सैन्य अस्पताल ले जाया गया था। उन्होंने नवम्बर २००७ में पाकिस्तान में आपातकाल लागू करने और न्यायपालिका को हटाने पर मुशर्रफ इस समय एक विशेष अदालत में राजद्रोह के के मुकद्दमे का सामना कर रहे हैं किंतु मुशर्रफ़ के वकीलों का कहना है कि उन पर देशद्रोह के मुकदमे का मूल कारण राजनीतिक है। मुशर्रफ के एक वरिष्ठ वकील अहमद रजा कोसूरी ने कहा कि हम अदालत में मौखिक अनुरोध करेंगे कि अभी तक मुशर्रफ की स्थिति बेहतर नहीं हुई तो उन्हें पेशी से छूट दी जाए । पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह की अचानक बीमारी के कारण राजनीतिक पर्यवेक्षकों और मीडिया का मानना है कि मुशर्रफ को उपचार के लिए सऊदी अरब या संयुक्त अरब अमीरात भेजा जा सकता है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के कदम से सरकार और शक्तिशाली सेना के बीच संभावित टकराव से बचा जा सकता है।