भारत और पाकिस्तान दो बार कश्मीर समस्या के समाधान के निकट पहुंच चुके हैं।
भारत तथा ब्रिटेन के दो समाचार पत्रों में छपने वाली रिपोर्ट के अनुसार अतीत में दो बार दोनों देश कश्मीर समस्या के समाधान के बिल्कुल निकट पहुंच गए थे। भारत के समाचार पत्र इंडिया डुटे और ब्रिटिश समाचार पत्र दि मेल के अनुसार चेनाब फ़ार्मूले में चेनाब को सीमा के रूप में स्वीकार किया जाना था। इस प्रकार श्रीनगर भारत को और चेनाब का कुछ पश्चिमी भाग पाकिस्तान को मिलता। इसी पर्कार पाकिस्तान का कुछ भाग भारत को दिया जाता। चार पैरामीटर्ज़ में सीमाओं पर नर्मी, ग़ैर सैनिक क्षेत्र, व्यापार और लोगों के संबंधों का संयुक्त कार्यक्रम तथा दोनों ओर के कश्मीरियों की सम्मिलिति थी। रिपोर्ट में यह रहस्योदघाटन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के विशेष दूत और पूर्व विदेश सचिव शहरयार ख़ान के एक साक्षात्कार के हवाले से किया गया है। पाकिस्तानी दूत ने बताया कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और वर्तमान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के काल में भारत और पाकिस्तान कश्मीर समस्या पर एक समझौते के निकट पहुंच गए थे किंतु यह फ़र्मूला वास्तविकता का रूप नहीं ले सका। उन्होंने कहा कि मैं भविष्य में इस संकट के समाधान के बारे में आशावान हूं।