अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने दस साल की अफ़ग़न बच्ची को आत्मघाती हमले पर विवश किए जाने के मामले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह काम मानवीय व इस्लामी सिद्धांतों का हनना है।
राष्ट्रपति करज़ई ने मंगलवार को दस साल की बच्ची की गिरफ़तारी के बाद जो अपने शरीर पर विस्फोटक जैकेट बांध कर आत्मघाती हमला करने जा रही थी, कहा कि बच्चे अफ़ग़ानिस्तान के भविष्य के निर्माणकर्ता हैं उनकी शिक्षा का प्रबंध किया जाना चाहिए, उन्हें आत्मघाती हमलों के लिए प्रयोग करना अमानवीय है। हामिद करज़ई ने तालेबान से मांग की कि इस प्रकार की अमानवीय हरकतें बंद करें।
ज्ञात रहे कि अफ़ग़ानिस्तान के गृह मंत्रालय ने हिलमंद प्रांत के ख़ानशीन क्षेत्र में दस साल की बच्ची की गिरफ़तारी की सूचना दी जो अपने शरीर पर विस्फोटक जैकेट बांधे सैनिकों के कारवां की प्रतीक्षा कर रही थी। इसपोजमी नामक इस बच्ची ने गिरफ़तारी के बाद बताया कि उसके भाई ने जो तालेबान का कमांडर है यह हमला करने के लिए उसे तैयार किया था।