आज पूरे विश्व में हज़रत ईसा मसीह का जन्म दिन मनाया जा रहा है।
हज़रत ईसा मसीह को क़ुरआने मजीद में रूहुल्लाह की उपाधि से याद किया गया है और वे हज़रत मरयम के बेटे हैं।
यहूदियों के पवित्र ग्रंथ तौरैत के अनुसार उन्होंने पुष्टि की है कि मेरे बाद एक ईश्वरीय दूत का आगमन होगा जिनका नाम अहमद होगा। याद रहे पैगम्बरे इस्लाम का एक नाम अहमद भी है।
हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम के जन्म दिन पर पूरे विश्व में ईसाई धर्म के अनुयाई विशेष सामारोहों का आयोजन करते हैं जिसमें क्रिसमस ट्री ती तैयारी विशेष रूप से उल्लेखनीय है। यदयपि हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम की सही जन्म तिथि के बारे में ईसाई समुदाय में मतभेद है किंतु पहली जनवरी को सभी नया वर्ष मनाते हैं। इस्लामी गणतंत्र ईरान के संसद सभापति डाक्टर अली लारीजानी ने इस अवसर पर ईसाई देशों के संसद सभापतियों और ईरान के ईसाई समुदाय को बधाई दी है। अपने संदेश में उन्होंने ईश्वरीय दूतों के जारी अपमानों की ओर संकेत करते हुए ईश्वरीय दूतों के अपमान की प्रक्रिया पर अंकुश लगाने हेतु उचित क़ानूनी मार्ग खोजे जाने की आवश्यकता पर बल दिया है। संसद सभापति के अतिरिक्ति ईरान के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम के जन्म दिन पर बधाई संदेश दिया है।
इस्लामी गणतंत्र ईरान का रेडियो व टीवी की संस्था आईआरआईबी भी अपने सभी श्रोताओं को हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम के जन्म दिवस के अवसर पर बधाई देती है।