संयुक्त राष्ट्र से पूर्व सिक्रेट्री जनरल कूफ़ी अन्नान और उनके साथ आए प्रतिनिधिमण्डल नें आज तेहरान में राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाक़ात की। राष्ट्रपति हसन रूहानी नें इस अवसर पर कहा कि क्षेत्र में अस्थिरता और संकट के बुनियादी कारण सांस्कृतिक मूल्यों का आभाव, ग़रीबी, लोकतंत्र का अभाव, विदेशी फ़ौजों की उपस्थिति और विदेशी ताक़तों का समर्थन है। डाक्टर हसन रूहानी नें इस मुलाक़ात में साम्प्रदायिकता और आतंकवाद को क्षेत्र के लिये सबसे बड़े ख़तरों के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद, हिंसा और चरमपंथ का सामना करने के लिये संयुक्त राष्ट्र में ईरान की तरफ़ से दिये गए सुझावों की रौशनी में करना चाहिये। राष्ट्रपति रूहानी नें सीरिया के संकट की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि सीरिया के बारे में सबसे महत्वपूर्ण काम आतंकवादियों की फ़ौजी और राजनीतिक मदद रोकना है जो कुछ देशों की तरफ़ से की जा रही है जबकि सीरिया की जनता को मानवीय मदद पहुँचाना भी बहुत ज़रूरी है।