ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भरपूर भागीदारी पर बल देते हुए कहा है कि इस्लामी क्रान्ति के आंदोलन में महिलाओं का योगदान पुरुषों से कम नहीं रहा है और हमें अपनी महिलाओं के भविष्य के लिए रोडमैप तय्यार करने हेतु पश्चिम का अनुसरण करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने आर्थिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्रों में सक्रिय महिला बुद्धिजीवियों और कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हम इस्लामी मूल्यों के आधार पर पुरुष को श्रेष्ठ नहीं मानते और न ही महिला और पुरुष के बीच कोई मुक़ाबला और टकराव है बल्कि वे दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। राष्ट्रपति रूहानी ने पैग़म्बरे इस्लाम की सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के शुभ जन्म दिवस का हवाला देते हुए उनके महान व्यक्तित्व और गुणों से पाठ लेने की आवश्यकता पर बल दिया।
राष्ट्रपति रूहानी ने बल देकर कहा कि महिलाओं को समान सामाजिक अधिकार और अवसर प्राप्त होने चाहिए और इस संदर्भ में हमारे सामने अभी लंबा रास्ता है।