विश्व के कई देशों में ईसवी नव वर्ष का स्वागत किया गया । वर्ष २०१३ के आरंभ पर पटाखों और आतिशबाज़ी का प्रदर्शन किया गया।
न्यूजीलैंड के शहर आकलैंड में सबसे पहले नए साल की शुरुआत हुई। इस नगर के 328 मीटर लंबे स्काई टावर पर दो मंज़िलों से आधुनिक तकनीक की सहायता से आतिशबाजी का शानदार प्रदर्शन किया गया। हजारों लोग रंगारंग दृश्य देखने के लिए वहां मौजूद थे। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई शहर सिडनी की बारी आयी । सिडनी हार्बर स्थानीय समय के अनुसार रात 12 बजे संगीत और आतिशबाजी की घुनों से गूंज उठा। इस अवसर आतिशबाजी ६९ लाख डॉलर खर्च किये गये। सिडनी हार्बर पर आतिशबाजी के लिए 7 टन सामग्री का उपयोग किया गया। जापान की राजधानी टोक्यो में नए साल का स्वागत गिरिजाघरों में घंटे बजाकर किया गया। इस अवसर पर कई टन वज़नी घंटे को बजाकर पारंपरिक अंदाज में जश्न मनाया गया। इस्लामी गणतंत्र ईरान में ईसाई समुदाय ने विशेष सामारोहों का आयोजन किया और गिरिजाघरों में सभाओं का आयोजन करके नये वर्ष का स्वागत किया। इस अवसर पर ईरान के ईसाई धर्म गुरुओं ने विश्व शांति के लिए प्रार्थना की। भारत में वर्ष 2013 के स्वागत का जश्न फीका नज़र आया। भारत की राजधानी दिल्ली में हर वर्ष की तरह पटाखों की वैसी गूंज सुनाई नहीं दी जहां बलात्कार पीड़ित एक लड़की की मृत्यु बाद लोग लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रह हैं। नए वर्ष के अवसर पर होने वाले कई आयोजनों को रद्द कर दिया गया जबकि दिल्ली में जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने सामूहिक बलात्कार की शिकार लड़की की याद में विश्वविद्यालय से जुलूस निकाला। आईआरआईबी की ओर से सभी श्रोताओ और दर्शकों को नये वर्ष के अवसर पर हार्दिक शुभकामना