तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के अस्थाई इमाम ने फिलिस्तीन की अत्याग्रस्त जनता के विरुद्ध इस्राईल के आक्रमणों की भर्त्सना है।
आयतुल्लाह अहमद जन्नती ने नमाज़े जुमा के भाषण में अमेरिका, ब्रिटेन और इस्राईल को क्षेत्र में त्रिकोणीय गठबंधन बताया और कहा कि इराक और फिलिस्तीनी जनता की चिंताजनक स्थिति में भी विश्व समुदाय ने चुप्पी साध रखी है। नमाज़े जुमा के अस्थाई इमाम ने इराक के तकफीरी आतंकवादियों के अपराधों की भर्त्सना करते हुए कहा कि यह आतंकवादी इस्लाम के नाम पर, पश्चिम के समर्थन से और अंतर्राष्ट्रीय चुप्पी के कारण इराक के आम नागरिकों की हत्या से साम्राज्यवादी हितों की पूर्ति कर रहे हैं।
आयतुल्लाह जन्नती ने इराक के वरिष्ठतम शीया धर्मगुरू आयतुल्लाह सीस्तानी की अपील की ओर संकेत करते हुए कहा कि लोग इराकी सेना और सुरक्षा बलों के साथ मिलकर आतंकवादियों को ध्यानयोग्य क्षति पहुंचा सके हैं। नमाज़े जुमा के अस्थाई इमाम ने इसी प्रकार निर्दोष फिलिस्तीनी जनता के विरुद्ध जायोनी शासन के अपराधों की भर्त्सना करते हुए कहा कि फिलिस्तीनी जायोनी शासन और अमेरिकी षडयंत्रों के समक्ष डटे हुए हैं और प्रतिरोध जारी रखकर वे फिलिस्तीनी भूमियों में शत्रुओं के षडयंत्रों को व्यवहारिक नहीं होने देंगे।
उन्होंने क्षेत्र के कुछ देश की आलोचना करते हुए कहा कि इन देशों के कठपुतली शासक अमेरिका के समर्थन के कारण जायोनी शासन की अतिक्रमणकारी नीतियों की आलोचना करने की क्षमता नहीं रखते।