ग़ज़्ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन के पाश्विक हमलों में शहीद होने वाले फ़िलिस्तीनियों की संख्या 120 हो गई है।
इस्राईल के युद्धक विमानों ने उत्तरी ग़ज़्ज़ा पट्टी के जबालिया क्षेत्र पर हमला किया जिसमें कम से कम पांच फ़िलिस्तीन शहीद हो गए। इस प्रकार विश्व समुदाय के आपराधिक मौन की छाया में मंगलवार से जारी ज़ायोनी शासन के आक्रमणों में 120 फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। फ़िलिस्तीन के अस्पताल सूत्रों ने शनिवार की सुबह बताया कि ग़ज़्ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन के हमलों में साढ़े सात सौ से अधिक फ़िलिस्तीनी घायल भी हुए हैं। ज़ायोनी शासन के युद्धक विमानों ने इसी प्रकार ख़ान यूनुस और नुसैरात कैम्पों पर हमले करके तीन मस्जिदों को तबाह कर दिया है। इस हमले में कई फ़िलिस्तीनी घायल भी हुए हैं।
दूसरी ओर अलमनार टीवी चैनल ने रिपोर्ट दी है कि ज़ायोनी शासन के युद्धक विमानों ने उत्तरी ग़ज़्ज़ा पट्टी में अपंग लोगों के एक केंद्र पर हमला किया जिसके कारण तीन फ़िलिस्तीनी शहीद और कई अन्य घायल हो गए।
इस बीच ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री बिनयामेन नेतिनयाहू ने बल देकर कहा है कि ग़ज़्ज़ा पट्टी पर हमले जारी रहेंगे। उन्होंने शुक्रवार को तेल अवीव में एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि विश्व समुदाय के दबाव के बावजूद इस्राईल, ग़ज़्ज़ा पट्टी पर आक्रमण जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के वायु हमले तब तक नहीं रुकेंगे जब तक, इस्राईली क्षेत्रों में शांति स्थापित नहीं हो जाती। ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतिनयाहू ने कहा कि तेल अवीव अपने नागरिकों की रक्षा के लिए कोई भी काम कर सकता है और इस्राईली सेना, ग़ज़्ज़ा पर ज़मीनी हमले सहित सभी विकल्पों के लिए तैयार है।