ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के ताज़ा हमले, पांच शहीद,31 घायल

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ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के ताज़ा हमले, पांच शहीद,31 घायल

ग़ज़्ज़ा पट्टी पर इस्राईल के हवाई और तोपख़ानों के ताज़ा हमलों में पांच अन्य फ़िलिस्तीनी शहीद और 31 अन्य घायल हो गये।

अल आलम टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिणी ग़ज़्ज़ा में पूर्वोत्तरी ख़ान यूनुस के क़रारा क्षेत्र में इस्राईल के हवाई हमले में एक फ़िलिस्तीनी शहीद और छह अन्य घायल हो गये। इसी प्रकार दक्षिणी ग़ज़्ज़ा के पूर्वी रफ़ह पास के मसबह क्षेत्र में भी होने वाले एक हवाई हमले में एक फ़िलिस्तीनी शहीद और चार अन्य घायल हो गये। उत्तरी ग़ज़्ज़ा में शैख़ रिज़वान नामक मोहल्ले में इस्राईली सेना के तोपख़ानों के हमले में एक फ़िलिस्तीनी बच्चा शहीद और 14 अन्य घायल हुए हैं।

इस रिपोर्ट के अनुसार ग़ज़्ज़ा पर इस्राईल के 32 दिनों से जारी ज़मीनी, हवाई और समुद्री हमलों में 1898 फ़िलिस्तीनी शहीद और 9826 घायल हो चुके हैं। शुक्रवार को संघर्ष विराम की समाप्ति के बाद ही इस्राईली युद्धक विमानों ने ग़ज़्ज़ा पर हमले आरंभ कर दिए थे। शुक्रवार को होने वाले हमलों में आवासीय क्षेत्रों, खेतों और सार्वजनिक संपत्ति को निशाना बनाया गया।

फ़िलिस्तीनियों की जवाबी कार्यवाही

ग़ज़्ज़ा पट्टी पर इस्राईल के निरंतर हमलों के उत्तर में फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधकर्ता ज़बरदस्त जवाबी कार्यवाही कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को इस्राईल के हवाई हमलों के उत्तर में फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधकर्ताओं ने अवैध अतिग्रहित क्षेत्रों पर 35 मीज़ाइल फ़ायर किए जिनमें से कुछ को आयरन डोम रक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिये और वह ख़ाली क्षेत्रों में गिरे जबकि मीज़ाइल की चपेट में आने से दो इस्राईली घायल हुए जिनमें एक सैनिक भी शामिल है। इस्राईली सेना ने अपने सैनिक के घायल होने की पुष्टि करते हुए कहा कि फ़िलिस्तीनियों के मीज़ाइल की चपेट में आने से एक सैनिक घायल हुए जिसे हल्की चेटों आई हैं।

बान की मून का बयान

संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान की मून ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें संघर्ष विराम की समाप्ति को लेकर बहुत चिंता है। उन्होंने ग़ज़्ज़ा के आम नागरिकों पर इस्राईल के जारी निरंतर पाश्विक हमलों की अनदेखी करते हुए इस्राईल पर ताज़ा मीज़ाइल हमलों की निंदा करते हुए ढके छिपे ढंग से इस्राईल का समर्थन किया। फ़िलिस्तीनियों और इस्राइल के बीच 72 घंटे के संघर्ष विराम की समयसीमा शुक्रवार की सुबह ख़त्म हो गयी। यह ऐसी स्थिति में है कि मिस्र की राजधानी क़ाहिरा में स्थाई संघर्ष विराम के लिए फ़िलिस्तीनी और इस्राईली प्रतिनिधियों के मध्य वार्ता में कोई सहमति नहीं बन पायी। हमास के निरस्त्रीकरण के लिए अमरीका और तीन यूरोपीय देशों के प्रस्ताव पर फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधकर्ता गुटों की ओर से कड़ी प्रतिक्रियाएं सामने आयी हैं। 

हमास का आरोप

इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के प्रवक्ता सामी अबू ज़ोहरी ने ज़ायोनी शासन पर समय बर्बाद करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीनियों की किसी भी मांग का इस्राईल ने उत्तर नहीं दिया है और इस वार्ता की विफलता और आने वाले समय में जो कुछ भी होगा उसका ज़िम्मेदार इस्राईल होगा। उधर फ़िलिस्तीनी वार्ताकार प्रतिनिधि मंडल के प्रमुख एज़ाम अहमद ने कहा है कि जब तक अंतिम समझौता नहीं हो जाता वे क़ाहिरा में रहेंगे।

हमास ने संघर्ष विराम को रद्द किया

हमास के प्रवक्ता सामी अबू ज़ोहरी ने बल दिया है कि प्रतिरोध, संघर्ष विराम को रद्द करता है जबकि वार्ता प्रक्रिया को जारी रखने का समर्थन करता है। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रतिरोधकर्ता गुट संघर्ष विराम को स्वीकार नहीं करते और वार्ता प्रक्रिया के जारी रहने पर बल देते हैं। उनका कहना था कि संघर्ष विराम के लिए प्रतिरोध की मुख्य शर्त, ग़ज़्ज़ा का पाश्विक परिवेष्टन समाप्त होना है। उनका कहना था कि ग़ज़्ज़ा के परिवेष्टन की समाप्ति के बाद ही किसी प्रकार का समझौता हो सकता है। 

 

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