इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर ने कहा है कि ईरान के अधिकारियों को अल्लाह की इच्छा हासिल करने के लिए हमेशा इंक़ेलाबी स्टैंड और भावनाओं की रक्षा करना चाहिए। इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने सरकार सप्ताह के हिसाब से राष्ट्रपति और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों से मुलाकात की। इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर ने पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद अली रजाई और पूर्व प्रधानमंत्री मोहम्मद जवाद बाहुनर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इंक़ेलाबी राह पर कायम रहना, इंक़ेलाबी भावना को लागू रखना और अल्लाह की इच्छा तक पहुंचने की कोशिश करना इन दो महान शहीदों की महत्वपूर्ण विशेषताएं थीं। आपने ग्यारहवीं हुकूमत के एक साल की कारकर्दगी पर राष्ट्रपति का आभार प्रकट किया, आप ने फ़रमाया कि जनता को सरकार के कामकाज से अवगत कराया जाना चाहिए ताकि जनता अंजाम पा चुके कामों की जानकारी रखे और सरकार की आगामी परियोजनाओं से भी सूचित हो सके। इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर ने दंगे फ़साद को महत्वपूर्ण मुद्दों और रेड लाईन बताया और कहा कि मंत्रिमंडल के सदस्यों ने जैसे कि विश्वास मत लेने के अवसर पर दंगाइयों से दूर रहने की क़सम खाई थी उस पर कायम रहें। इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर ने पिछले एक साल में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के संबंध में हुकूमत के साफ़ और ठोस पक्ष को सराहते हुए कहा कि फ़िलिस्तीन, इस्राईल, ग़ज़्ज़ा, सीरिया, इराक़ और तकफ़ीरी गुटों तथा अमेरिकी हस्तक्षेप के बारे में स्पष्ट और पारदर्शी पक्ष अपनाना इस्लामी ईरान के पक्ष में है और राजनयिक और परमाणु बातचीत से किसी तरह का विरोधाभास नहीं हैं। इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनई ने कहा कि इन मुद्दों के बारे में पारदर्शी और स्पष्ट पक्ष राष्ट्रों के निकट इस्लामी रिपब्लिक सिस्टम की हैसियत और उसकी स्रॉीतटेजी को सुरक्षा प्रदान करेंगी। आपने प्रतिरोधक अर्थव्यवस्था की नीतियों पर अमल को देश में उत्पादन बढ़ाने हेतु आंतरिक क्षमताओं को उभारने के लिए महत्वपूर्ण बताया।