अमरीका किसी स्थिति में भरोसे योग्य नहीं

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अमरीका किसी स्थिति में भरोसे योग्य नहीं

तेहरान के इमामे जुमा ने कहा है कि ईरान, विश्व वर्चस्ववाद के मुक़ाबले में अकेला प्रतिरोध कर रहा है।

आयतुल्लाह सैयद अहमद ख़ातमी ने अमरीकी राष्ट्रपति के इस बयान को रद्द कर दिया कि प्रतिबंधों ने ईरान को परमाणु वार्ता के लिए विवश किया है।  उन्होंने कहा कि गुट पांच धन एक के साथ ईरान की वार्ता ने यह स्पष्ट कर दिया कि अमरीका, भरोसे के योग्य नहीं है।  आयतुल्लाह ख़ातमी ने कहा कि परमाणु मामले के समाधान के बावजूद अमरीका के साथ इस्लामी गणतंत्र ईरान के मतभेद बाक़ी रहेंगे।  उन्होंने कहा कि अमरीका की ओर से सीरिया में आतंकवादियोंको सशस्त्र करने, आईएसआईएल जैसे क्रूर आतंकवादी संगठन को अस्तित्व देन और निर्दोषों के हत्यारे ज़ायोनी शासन के खुले समर्थन को विश्व जनमत भूला नहीं है।

अपने संबोधन के एक भाग में आयतुल्लाह ख़ातमी ने कहा कि सऊदी अरब के अलएहसा क्षेत्र में इमाम हुसैन का शोक मनाने वालों पर आक्रमण, भ्रष्ट वहाबी विचारधारा की देन है।  उन्होंने इस हिंसक कार्यवाही की कड़े शब्दों में निंदा की।  आयतुल्लाह अहमद ख़ातमी ने कहा कि बहरैन में अज़ादारी करने वालों पर आक्रमण निंदनीय है क्योंकि वहां पर इमाम हुसैन का शोक मनाने का क्रम पहले से है और वहां पर शीया बहुसंख्यक हैं।  उन्होंने बहरैन के आले ख़लीफ़ा शासन को संबोधित करते हुए कहा कि इन शासकों को यमन के परिवर्तनों से पाठ लेना चाहिए।  आयतुल्लाह ख़ातमी ने कहा कि इन शासकों को जान लेना चाहिए कि जनता पर अधिक दबाव शासनों के गिरने का कारण बनता है।

तेहरान के इमामे जुमा ने फ़िलिस्तीन में ज़ायोनियों के हालिया आक्रमणों की ओर संकेत करते हुए कहा कि यह कार्य निंदनीय हैं जबकि क्षेत्र के कुछ अरब देशों ने इस बारे में तटस्थ रहने की नीति अपनाई है।  आयतुल्लाह सैयद अहमद ख़ातमी ने स्पष्ट किया कि अत्याचारी ज़ायोनियों से मुक़ाबले का एकमात्र मार्ग, कैंसर के इस फोड़े को समाप्त करना है जैसाकि इस्लामी क्रांति के संस्थापक स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी ने कहा था कि इस्राईल को नष्ट हो जाना चाहिए। 

 

 

 

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