ज़ायोनी शासन के पूर्व रक्षामंत्री ने अपने एक लेख में लिखा है कि हिज़बुल्लाह ने अपने मिज़ाईल इस्राईल लिए बचा रखे हैं।
अल अहद न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार ज़ायोनी सरकार के पूर्व रक्षामंत्री मोशी अरनस ने पिछले दिनों इस्राईली अख़बार "हार्थस" में एक लंबे लेख में एक महत्वपूर्ण तथ्य का खुलासा किया है कि हिज़बुल्लाह ने अपने मिज़ाईल इस्राईल लिए बचा रखे हैं।
उनका कहना था कि ग़ज़्ज़ा जंग में इस्राईल किसी भी सूरत में हमास के फ़ौजी सेटंरो को तबाह नहीं कर सका।
उन्होंने हिज़्बुल्लाह के हवाले से कहा कि उनके पास 100 मिज़ाईल हैं जिसके माध्यम से हिज़बुल्लाह इस्राईल के किसी भी ठिकाने को निशाना बना सकता है इसलिए हमारे कुछ यहूदियों का यह कहना गलत और अपने आप से धोखा है कि हमने हिज़बुल्लाह को रोक के रखा हुआ है, यह एक कल्पना है कि जिसका बारे में रिसर्च की जा सकती है।
सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा कि हिज़बुल्लाह जैसे संगठनों के साथ लड़ना आसान नहीं है इसलिए कि वह कदापि शहीद होने से नहीं डरते हैं।
उन्होंने कहा कि अभी हमने ग़ज़्ज़ा में हमास पर हर तरह के मिज़ाईल मार दिए जबकि दूसरी ओर हमास और जिहादे इस्लामी ने 4 हजार मिज़ाईल इस्राईल पर गिरा दिए जिससे लाखों इस्राईली छिपने पर मजबूर हुए यहां तक कि बिन गोरियान हवाई अड्डे तक को बंद करना पड़ा। हमने देखा कि आख़िर हम नाकाम हुए और हम जंग हार गए इसले आगे से ऐसी नीति बनाते समय पहले जांच पड़ताल कर के फ़ैसला लेना चाहिए।
उन्होंने कहा हालांकि हिज़बुल्लाह सीरिया में मौजूद है और ISIL से लड़ रहा है लेकिन अभी तक एक भी मिज़ाईल इस्तेमाल नहीं किया है, वह अपने मिसाईलों को इस्राईल के लिए संभाल रखा है और वह लगातार इस्राईली क्षेत्रों की समीक्षा कर रहा है और अगर वह हम पर हमला करना चाहेगा तो उम्मीद है कि हमास के साथ गठबंधन बना कर हमला होगा और हमें इस तरह पीछे धकेल देगा कि कभी भी फिर हम आगे नहीं बढ़ सकेंगे।
आख़िर में उनका कहना था कि इस लोहे की दीवार को केवल मिज़ाईल से नहीं गिराया जा सकता बल्कि उसके हर पहलू की रिसर्च करना बहुत जरूरी है।