इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति से भेंट में ज़ायोनी शासन के विरुद्ध इस देश की साहसी नीति की सराहना की है।
आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शनिवार की शाम वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादोरो से तेहरान में होने वाली भेंट में कहा कि वेनेज़ुएला से साम्राजी मोर्चे की शत्रुता का कारण उसकी यही साहसी नीतियां और लैटिन अमरीका के क्षेत्र में उसका रणनैतिक प्रभाव है। वरिष्ठ नेता ने वेनेज़ुएला के पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत ह्योगो शावेज़ को ईरान का अच्छा मित्र बताया और दोनों देशों के निकट संबंधों की ओर संकेत करते हुए श्री मादोरो से कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान, वेनेज़ुएला के साथ व्यापक सहयोग जारी रखने और उसमें वृद्धि का संकल्प रखता है और आपने भी अपने कार्यकाल में इस सहयोग को जारी रखा और पूरे साहस के साथ समस्याओं और शत्रुओं के षड्यंत्रों को विफल बनाया है।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने इसी प्रकार अल्पावधि में तेल के मूल्य में विचित्र ढंग से आने वाली कमी को एक राजनैतिक एवं ग़ैर आर्थिक क़दम बताया और कहा कि हमारे संयुक्त शत्रु, तेल को एक राजनैतिक हथकंडे के रूप में प्रयोग कर रहे हैं और तेल के मूल्य में इस भारी गिरावट में उनकी भूमिका है। उन्होंने इसी प्रकार ग़ज़्ज़ा के 51 दिवसीय युद्ध में वेनेज़ुएला की सरकार की अत्यंत अच्छी नीतियों की ओर संकेत करते हुए कहा कि ज़ायोनी शासन पूरे संसार विशेष कर हमारे क्षेत्र के राष्ट्रों के बीच अत्यंत घृणित है और इस शासन के विरुद्ध आपकी साहसिक नीतियां, राष्ट्रों के बीच आपके अधिक मित्र पैदा करेंगी।
इस मुलाक़ात में वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादोरो ने ईरान की सहायताओं और समर्थन का आभार प्रकट करते हुए कहा कि दिवंगत शावेज़ अपनी बातों में सदैव आपके मार्गदर्शनों को याद रखते थे और ईरानी राष्ट्र को विशेष सम्मान देते थे और हम भी उन्हीं की तरह ईरान को अपना घर समझते हैं। उन्होंने फ़िलिस्तीन समस्या की ओर संकेत करते हुए कहा कि फ़िलिस्तीन पूरी मानवता की एक मुख्य उमंग है और वेनेज़ुएला की सरकार और राष्ट्र स्वयं को इस उमंग का ऋणी समझता है और उसे पूरा विश्वास है कि फ़िलिस्तीन एक दिन आज़ाद हो कर रहेगा।