भारत के पैट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का कहना है कि अगर भारतीय कंपनियों को अमरीकी प्रतिबंधों का सामना भी करना पड़े तो भी नई दिल्ली ईरान में अपने तेल हितों की रक्षा करेगा।
प्रधान का कहना था कि भारत, ईरान में अपनी तेल कंपनियों के हितों की रक्षा करेगा, यद्यपि अगर उन्हें ईरान में निवेश करने के लिए अमरीकी प्रतिबंधों का सामना भी करना पड़े।
प्रधान का यह बयान अमरीकी सरकार की उस घोषणा के बाद आया है कि जिसमें धमकी दी गई थी कि ओएनजीसी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और ऑयल इंडिया लिमिटेड समेत चीन की दो कंपनियों को ईरान के साथ ऊर्जा संबंधों के कारण अमरीकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
भारत के पैट्रोलियम मंत्री का कहना था कि इस मामले में भारत अपने तौर पर स्वतंत्रतापूर्ण कूटनयिक क़दम उठाएगा। उन्होंने कहा कि निःसंदेह, हमारी कंपनियों और राष्ट्र के हित सर्वोपरि हैं।
उल्लेखनीय है कि अमरीका इससे पहले भी भारत पर ईरान के साथ व्यापार विशेष रूप से ऊर्जा के क्षेत्र में लेन देन पर कड़ी आपत्ति करता रहा है। यहां तक कि नई दिल्ली ने अमरीका के दबाव में ईरान से आयात करने वाले तेल की मात्रा में कटौती भी की थी