मलेशिया के अधिकारियों ने बताया है कि थाईलैंड की सीमा से लगे मलेशिया के उत्तरी राज्य पर्लिस में दो स्थानों पर सामूहिक क़ब्रें मिली हैं।
पुलिस का कहना है कि यह सामूहिक क़ब्रें, दर्जन भर ख़ाली कैंपों में मिलीं। इन कैंपों में मानव तस्करों ने म्यंमार के रोहिंग्या मुसलमानों को रखा था। मलेशिया के गृहमंत्री ने कहा है कि क़ब्रों में मौजूद शवों की पहचान की कोशिश की जा रही है। ज़ाहिद हामिद का कहना था कि इस बात की संभावना पाई जाती है कि यह क़ब्रे पलायनकर्ता रोहिंग्या मुसलमानों की हों। हालांकि इन सामूहिक क़ब्रों से 100 लाशें निकाली जा चुकी हैं किंतु अभी यह विश्वास के साथ नहीं कहा जा सकता है कि कुल कितने शव हो सकते हैं।
इससे पहले इसी महीने के आरंभ में थाईलैण्ड में पुलिस ने इसी प्रकार की क़ब्रों का पता लगाया था और मलेशिया से मिलने वाली सीमा पर क़ब्रों से कम से कम 33 शव बरामद किये थे।
इस दुखद घटना से मानव तस्करों के उस नेटवर्क का पता चला है जो पलायनकर्ताओं को कैंपों में बंदी के रूप में रखते हैं।
ज्ञात रहे कि मलेशिया का उत्तरी भाग उस मार्ग पर स्थित है जहां से दक्षिण एशियाई देशों के लिए म्यांमार से बड़े पैमाने पर मानव तस्करी होती है। इसका शिकार अधिकतर वे लोग बनते हैं जो या तो अपने देश में विभिन्न कारणों से पलायन करने को मजबूर हैं या फिर रोजगार की तलाश में दूसरे देश जाना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले थाईलैंड के सोंगखला प्रांत में भी ऐसी ही सामूहिक कब्रें मिल चुकी हैं। यह कब्रें उन स्थानों पर पाई गई हैं जहां पर कभी मानव तस्करी के संदिग्ध अड्डे संचालित होते थे।