हज़ारों रोहिंग्या मुसलमान इस समय समुद्र में भटक रहे हैं।
इसी बीच संयुक्त राष्ट्रसंघ ने कहा है कि म्यंमार को चाहिए कि वह रोहिंग्या मुसलमानों को अपना नागरिक स्वीकार करे।
संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव बान की मून ने कहा है कि म्यंमार को रोहिंग्या मुसलमानों की स्थिति को स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि म्यंमार को चाहिए कि वह रोहिंग्या मुसलमानों को अपना नागरिक स्वीकार करे। बान की मून ने कहा कि जबतक रोहिंग्या मुसलमानों की नागरिकता के मामले का समाधान नहीं हो जाता उस समय तक पलायल की समस्या को हल नहीं किया जा सकता।
ज्ञात रहे कि अंडमान और बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र में रोहिंग्या मुसलमानों से भरे हुए पानी के जहाज़ अब भी इधर-उधर भटक रहे हैं क्योंकि कोई भी उनको शरण देने को तैयार नहीं है। इस समय हज़ारों की संख्या में निर्दोष रोहिंग्या मुसलमान, खुले समुद्र में बेसहारा भटक रहे हैं जिनके पास न तो कुछ खाने को है और न ही जिनके पास रहने का कोई ठिकाना है। म्यांमार की सरकार उनको अपना नागरिक स्वीकार नहीं करती और म्यंमार में रोहिंग्या मुसलमानों को अतिवादी बौद्धों की हिंसक कार्यवाहियों का सामना है जिसमें अबतक बड़ी संख्या में रोहिंग्या मारे जा चुके है।