अरबईन का मार्च "ईमान और इश्क़" का संयोजन और शआएरे इलाही में है / काश मैं भी ज़ाएरीने अरबईन के साथ होता
राजनीतिक समूह: क्ररांति के सर्वोच्च नेता अनोखी घटना और अज़ीम हरकत और अरबईन हुसैनी अ. का पुर मअना मार्च को हमेशा बाक़ी रहने वाली नेकी बताया और कहा: "प्यार और विश्वास" और "अक़्ल और भावना" का संयोजन अहलेबैत के मक्तब की अनूठी विशेषताओं में से है तथा दुनिया के विभिन्न देशों से से आऐ हुऐ मोमनीन द्वारा प्यार और ईमानदारी की हरकत इस अभूतपूर्व घटना में बेशक दिव्य अनुष्ठान (शआएरे इलाही)में है।
अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA के सर्वोच्च नेता के कार्यालय की जानकारी डेटाबेस के अनुसार, हज़रत अयातुल्ला ख़ामेनई ने आज सोमवार 30 नवंबर को, दर्से ख़ारिज फिक़्ह जलसे में अद्वितीय और सार्थक आंदोलन और अर्थवाली अरबईन हुसैनी के मार्च को बाक़ी रहनने वाली नेकी बताया और कहा: "प्यार और विश्वास" और "अक़्ल और भावना" का संयोजन अहलेबैत के मक्तब की अनूठी विशेषताओं में से है तथा दुनिया के विभिन्न देशों से आऐ हुऐ मोमनीन द्वारा प्यार और ईमानदारी की हरकत इस अभूतपूर्व घटना में बेशक दिव्य अनुष्ठान (शआएरे इलाही)में है।
हज़रत अयातुल्ला ख़ामेनई ने चालीसवें तीर्थयात्रियों के स्वागत में इराकी लोगों की उदारता और दया की ओर इशारा करते उन लोगों को जिन्हों ने इस सार्थक और समृद्ध हरकत में भाग लेने का अवसर मिला है सलाह दी कि मौक़े को ग़नीमत शुमार करें और कहा: हम भी दूर से चालीसवें के ज़ायरीन की हालत पर रश्क कर रहे हैं ऐ काश हम भी आप के साथ होते।
सर्वोच्च नेता, पैगंबर (PBUH) के परिवार के साथ आध्यात्मिक और प्यार के रिश्ते बनाने का अवसर और इन विशिष्ट,प्रमुख,नूरानी व मलकूती हस्तियों की ज़ियारत को इस्लामी संप्रदायों के बीच शिया सोच की विशेषताओं में जाना और कहा: ईरान और दुनिया के सभी देशों के लोगों की अरबईन के मार्च में अज़ीम हरकत अहलेबैत के मक्तब की अनूठी विशेषताओं में से है कि उसमें" दिली विश्वास, आस्था और विश्वास" की लहर तथा "प्यार और स्नेह" भी।
उन्होंने इसी तरह चालीसवें के तीर्थयात्रियों को नियमों और सिफारिशों का पालन करने को कहा और ज़ोर दिया: सरकार ने देश छोड़ने के लिए नियमों को बनाया है अवश्य पालन किया जाना चाहिऐ और इस मापदंड के बाहर कोई हरकत मान्य नहीं है।