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15 ख़ुरदाद के शहीद गुप्तकाल के सबसे उत्पीड़ित शहीद हैं: मुहम्मद जवाद हाज अली अकबरी
हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लेमीन मुहम्मद जवाद हाज अली अकबरी ने कहा: 15 खुरदाद के शहीद गुप्तकाल के सबसे उत्पीड़ित शहीद हैं और "अस साबेक़ून अल अव्वलून" के उदाहरणों में से एक हैं।
इमाम जुमा की नीति परिषद के अध्यक्ष, हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मुहम्मद जवाद हाज अली अकबरी ने इमाम रज़ा (अ) के हरम में 15 ख़ुरदाद (5 जून, 1964) के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा: अत्याचार के खिलाफ़ 15 ख़ुरदाद की ऐतिहासिक आंदोलन में शहीद होने वाले वो थे जो इमाम अल-ज़माना (अ) और उनके सच्चे उत्तराधिकारी इमाम खुमैनी (र) के समर्थन में सामने आए थे और वे शहीद हो गए थे। उसी तरह, वे गुप्तकाल के सबसे उत्पीड़ित शहीदों में से हैं।
उन्होंने सूर ए अल-तौबा की आयत 100,का उल्लेख किया और कहा: ये शहीद वे शहीद हैं जो जीत से पहले युद्ध के मैदान में आए और अपने प्राणों की आहुति दे दी। उस समय विजय के कोई चिह्न नहीं थे, उनका उल्लेख तक नहीं होता था, आज उनका उल्लेख कम ही होता है और कोई नामोनिशान भी नहीं बचा है।
तेहरान के अंतरिम इमाम जुमा ने कहा: इन उत्पीड़ित शहीदों ने 15 ख़ुरदाद की स्थापना में इमाम खुमैनी (र) को वचन दिया और इस तरह इमाम और उम्माह के हाथ एकजुट हो गए, और उसके बाद क्षेत्र और दुनिया में एक बड़ा बदलाव शुरू हुआ।
हुज्जतुल-इस्लाम वल मुस्लेमीन हाज अली अकबरी ने कहा: इमाम खुमैनी (र) के निर्वासन के बाद, एक महान क्रांति होने में लगभग पंद्रह साल लग गए, और इस महान कार्य की तैयारी अपने निर्वासन के दौरान नेता द्वारा की गई थी।
ग़ज़्ज़ा, ज़ायोनी बमबारी के बाद अब भूख ले रही है जान, 30 बच्चों ने दम तोडा
ग़ज़्ज़ा में 8 महीने से इस्राईल की ओर से फिलिस्तीनी जनता का जनसंहार जारी है। इस्राईल की बमबारी और क़त्ले आम से बच जाने वाले फिलिस्तीनी नागरिको, विशेष कर बच्चों पर भुखमरी क़हर बन कर टूट रही है।
इस क्षेत्र में दिन प्रतिदन बढ़ते ज़ायोनी शासन के अपराधों का ब्यौरा देते हुए ग़ज़्ज़ा सरकार ने कहा है कि ज़ायोनी हमलों के कारण उपजे संकट और भुखमरी से अब तक 30 से अधिक फिलिस्तीनी बच्चों की मौत हो चुकी है।
इस बयान में कहा गया है कि ज़ायोनी शासन ग़ज़्ज़ा के मध्य क्षेत्रों में अब भी लगातरा मिसाइल बरसा रहा है और इन बर्बर हमलों को सही ठहराने के लिए दावा करता है कि प्रतिरोध बल इस क्षेत्र में मौजूद हैं।
21 स्वर्ण पदक के साथ ईरान की राष्ट्रीय धावक टीम पश्चिम एशिया में चैंपियन
ईरान की राष्ट्रीय धावक टीम पश्चिम एशिया में चैंपियन
इस्लामी गणतंत्र ईरान की धावक टीम पश्चिम एशिया में होने वाले मुक़ाबले में चैंपियन हो गयी।
पश्चिम एशिया में दौड़ने का मुकाबला 29 मई से दो जून तक इराक़ के बसरा नगर में आयोजित हुआ।
इन मुक़ाबलों में इस्लामी गणतंत्र ईरान की धावक टीम 21 स्वर्ण पदक, 16 रजत पदक और 3 कांस्य पदक हासिल करके चैंपियन रही।
मेज़बान इराकी टीम भी ने इन मुकाबलों में 9 स्वर्ण पदक, 13 रजत पदक और 17 कांस्य पदकों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया जबकि क़तर भी इन मुकाबलों में 6 स्वर्ण पदक, 2 रजत और 4 कांस्य पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
ईरानी महिलाओं ने इन मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन किया इस प्रकार से कि उन्होंने जो 40 पदक हासिल किये जिसमें 17 स्वर्ण पदक, 12 रजत पदक और 2 कांस्य पदक थे और चार राष्ट्रीय रिकार्ड भी बदले।
मर्दों के मुकाबलों में भी ईरान की मिल्ली पुशान टीम ने चार स्वर्ण पदक, चार रजत पदक और 1 कांस्य पदक हासिल किया।
इस्लामी गणंत्र ईरान की धावक टीम के चालिस खिलाड़ी इन मुकाबलों में मौजूद थे।
अज़रबैजान को ईरान की नसीहत, इलाक़े में इस्राईल की मौजूदगी से फैलेगा फ़ित्ना
अज़रबैजान के राष्ट्रपति, इल्हाम अलीयोव ने एक बार फिर ईरान के कार्यवाहक राष्ट्रपति मोहम्मद मुखबिर के साथ एक फोन कॉल में ईरान के दिवंगत राष्ट्रपति सय्यद इब्राहीम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत पर संवेदना व्यक्त की और ईरान की सरकार और लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की। इल्हाम ने डॉ रईसी की शहादत को एक बड़ी क्षति बताया, यह केवल ईरान नहीं बल्कि सभी क्षेत्रीय देशों के खास कर मुस्लिम राष्ट्रों का नुकसान है।
मोहम्मद मुखबिर ने इल्हाम का आभार जताते हुए कहा जैसा कि शहीद राष्ट्रपति डॉ. रईसी ने कहते थे कि, ईरान और अजरबैजान के लोगों का एक दूसरे के साथ धार्मिक, आपसी रिश्तेदारी और दिल का रिश्ता है, जो एक अटूट बंधन है। मैं कहना चाहूंगा कि इलाक़े में शांति और स्थायित्व स्थानीय देशों की कोशिशों से ही आएगा। अवैध राष्ट्र इस्राईल व्यवहारिक दृष्टि से नाटो का ही सदस्य है और ऐसे पराए देशों को अगर इलाक़े में पैर जमाने का मौक़ा मिल गया तो यह पूरा इलाक़ा अशांत हो जाएगा।
अमेरिका और चीन आमने सामने, ताइवान पर हमला हुआ तो सेना भेजेगा वाशिंगटन
चीन और ताइवान की तनातनी के बीच अमेरिका ने एक बार फिर चीन को उकसाने वाली हरकत करते हुए कहा है कि अगर चीन ने ताइवान के खिलाफ कोई मूर्खता की तो हम अमेरिकी सेना भेजने में संकोच नहीं करेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बार फिर दोहराया है कि अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया तो अमेरिका अपनी सेना भेज सकता है। उन्होंने टाइम मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि ताइवान पर चीनी आक्रमण की स्थिति में अमेरिकी सैन्य बल के इस्तेमाल से इनकार नहीं किया जा सकता है। बाइडन ने ही अपने कार्यकाल के शुरुआती दिनों में दो टूक कहा था कि अमेरिका ताइवान की रक्षा के लिए अमेरिकी सैनिकों को उतारने से पीछे नहीं हटेगा। इसे अमेरिका की विदेश नीति में बड़ा परिवर्तन बताया गया था।
अमेरिका ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर कसा शिकंजा, 13 गिरफ्तार
अमेरिकी यूनिवर्सिटीज़ में इस्राईल के विरुद्ध और फिलिस्तीन के समर्थन में शुरू हुए विरोध प्रदर्शन का सिलसिला तेज़ होता जा रहा है। इसी क्रम में अमेरिका के कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में फिलिस्तीन समर्थकों ने जमकर प्रदर्शन किया जिसे पुलिस ने बलपूर्वक कुचलते हुए 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान कई लोग घायल भी हो गए।
स्टैनफोर्ड डेली अखबार के मुताबिक करीब 10 छात्र सुबह साढ़े 5 बजे विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यालय की बिल्डिंग में दाखिल हुए और करीब 50 छात्रों ने बिल्डिंग को चारों और से घेर लिया। इसके बाद सभी छात्र 'फिलिस्तीन को आजाद करो’ के नारे लगाने लगे।
‘छात्रों के एक समूह ने विश्वविद्यालय अध्यक्ष के कार्यालय को घेर लिया और छात्रों ने ग़ज़्ज़ा जनसंहार से जुड़ी कंपनियों को स्कूल से अलग करने सहित अन्य मांगें की।
अयोध्या से हारी भाजपा, तो समर्थकों ने बताया धोखेबाज़
भारत में आम चुनाव के बीच सबसे ज़्यादा चर्चा राम मंदिर और अयोध्या को लेकर थी लेकिन भाजपा को अयोध्या में ही शर्मनाक हार का मुंह देखना पड़ा जिसके बाद भाजपा समर्थकों की ओर से अयोध्या वासियों को ग़द्दार और धोकेबाज़ बताया जा रहा है वहीँ आम जन मानस का कहना है कि खुद राम जी ने भाजपा को धुत्कार दिया है।
अब मशहुर सीरियल रामायण में राम के भाई लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले एक्टर ने अयोध्या वासियों पर ज़बानी हमला तेज़ करते हुए उन्हें ग़द्दार और धोकेबाज़ बताया है।
बता दें कि फैजाबाद संसदीय सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने अपने निकटतम बीजेपी प्रतिद्वंद्वी लल्लू सिंह को हराया है। रामायण के एक्टर सुनील ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज में बाहुबली फिल्म के मशहूर सीन की एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें कटप्पा बाहुबली को मारते हुए दिख रहा है। बाहुबली पर बीजेपी लिखा हुआ है, जबकि कटप्पा पर अयोध्या लिखा हुआ है।
उन्होंने कहा कि यह वही अयोध्यावासी हैं जिन्होंने देवी सीता को नहीं बख्शा', इतिहास गवाह है कि अयोध्या के नागरिकों ने हमेशा अपने राजा के साथ विश्वासघात किया है उन्हें शर्म आनी चाहिए। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से स्थानीय स्तर पर भाजपा को चुनावी लाभ नहीं मिला क्योंकि पार्टी फैजाबाद निर्वाचन क्षेत्र हार गई जहां मंदिर का शहर है।
इस्राईल ने लेबनान पर प्रतिबंधित फॉस्फोरस बम बरसाए, 170 से अधिक नागरिक घायल
ग़ज़्ज़ा में जनसंहार मचा रहा ज़ायोनी शासन जहाँ फिलिस्तीन में 37 हज़ार लॉगऑन का क़त्ले आम कर चुका है वहीँ लगातार सीरिया और लेबनान पर भी बर्बर हमले करते हुए सैंकडो लोगों की जान ले चुका है।
ज़ायोनी सेना ने एक बार फिर सभी मानवाधिकारों और अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों को रौंदते हुए लेबनान पर फॉस्फोरस बम बरसाए। एक वैश्विक मानवाधिकार समूह ने बुधवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया कि इस्राईल ने दक्षिणी लेबनान में कम से कम पांच कस्बों व गांवों में आवासीय भवनों पर सफेद फॉस्फोरस बमों का इस्तेमाल किया है। इससे नागरिकों को काफी क्षति पहुंच रही है और यह अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। इससे पीड़ित 173 लोगों का इलाज किया गया है।
मानवाधिकार समर्थकों का कहना है कि आबादी वाले क्षेत्रों में विवादास्पद हथियार दागना अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपराध है। उधर, ज़ायोनी शासन ने सफेद फॉस्फोरस के इस्तेमाल की बात स्वीकारते हुए कहा है कि हम सिर्फ धुएं के परदे के रूप में इसका इस्तेमाल करते हैं नागरिकों को निशाना बनाने के लिए नहीं।
ग़ज़्ज़ा, ज़ायोनी सेना की स्कूल पर बमबारी, 38 से अधिक मासूम बच्चे शहीद
इस्राईल ने एक बार फिर बर्बरियत और हैवानियत की सभी हदें पार करते हुए ग़ज़्ज़ा में एक स्कूल पर बमबारी की जिसमे कम से कम 39 बच्चे मारे गए। अतिक्रमणकारी ज़ायोनी सेना ने इस बार मध्य ग़ज़्ज़ा पट्टी में नुसीरात शिविर में एक स्कूल को निशाना बनाया है। इस हवाई हमले में कम से कम 39 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हुई है और दर्जनों लोग घायल बताए जा रहे हैं। 39 फिलिस्तीनी में से ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ज़ायोनी सेना के लड़ाकू जेट ने कम से कम तीन कक्षाओं पर कई मिसाइलों से हमला किया। इस स्कूल में सैंकड़ों फिलिस्तीनी मौजूद थे। वहीं एपी की रिपोर्ट के अनुसार, ज़ायोनी सेना का कहना है कि उसने ग़ज़्ज़ा पट्टी में एक स्कूल के अंदर हमला किया जो हमास का परिसर था।
रूस की धमकी, यूरोप पर हमला करने के लिए दूसरे देशों को देंगे अत्याधुनिक हथियार
यूक्रेन रूस संकट के बीच रूस पर हमले के लिए यूक्रेन को आधुनिक हथियार देने के यूरोप और अमेरिका के फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पुतिन ने चेतावनी दी है कि वह अन्य देशों को यूरोपीय देशों पर हमले के लिए लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें दे सकते हैं।
रूस ने जर्मनी को साफ़ चेतवानी देते हुए कहा कि रूस में लक्ष्यों पर हमला करने के लिए यूक्रेन को जर्मनी अपने हथियारों की सप्लाई कर रहा है। रूस के मुताबिक हमले में जर्मनी के हथियारों का इस्तेमाल करना एक 'खतरनाक कदम' होगा। पुतिन ने चेतावनी दी कि रूस पश्चिमी लक्ष्यों पर हमला करने के लिए दूसरे देशों को लंबी दूरी के हथियार दे सकता है।