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शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने यूजीसी-नेट को रद्द करने को लेकर केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या छात्रों के साथ 'परीक्षा पे चर्चा' का सत्र आयोजित किया जाएगा, जिन्हें फिर से परीक्षा देनी होगी।

इन दिनों देश में नीट में धांधली को लेकर विवाद चल रहा है। इसी बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यूजीसी-नेट को रद्द करने का आदेश दिया, क्योंकि उन्हें इस बात की जानकारी मिली थी कि परीक्षा की सत्यनिष्ठा से समझौता किया गया है, और मामले की जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया।

शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा खुद को बचाने के लिए उठाए गए कदम से लगभग नौ लाख छात्रों को नुकसान होगा। इन छात्रों के प्रयास और पैसे बर्बाद हो गए। इन छात्रों को अब जिन्हें फिर से परीक्षा देनी होगी। उन्होंने इस बात को लेकर पीएम मोदी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि "इससे बड़ी विडंबना क्या हो सकती है कि 'परीक्षा पे चर्चा' आयोजित करने वाले लोग बिना गड़बड़ी किए परीक्षा आयोजित नहीं कर सकते।"

ईरान की सिपाहान तेल कंपनी के निर्यात में पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष लगभग 695 अरब तूमान की वृद्धि हुई है।

 Industrial Oil के उत्पादन के क्षेत्र में ईरान की तेल कंपनियों ने हालिया वर्षों में असाधारण प्रगति की है इस प्रकार से कि ये कंपनियां देश की ज़रूरतों को पूरा करने के अलावा बाहरी बाज़ारों की ज़रूरतों को भी पूरा कर रही हैं।

 पार्सटुडे की रिपोर्ट के अलावा जो वित्तीय आंकड़े प्रकाशित हुए हैं वे इस बात के सूचक हैं कि वित्तीय वर्ष के आरंभ से लेकर फ़ार्सी महीने उर्दीबहिश्त की समाप्ति तक अर्थात 20 जून तक ईरान की सिपाहान तेल कंपनी का निर्यात लगभग दो हज़ार 153 अरब तूमान था जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 695 अरब तूमान की वृद्धि का सूचक है।

  देश से बाहर निर्यात के साथ देश के अंदर भी सिपाहान तेल कंपनी की बिक्री अधिक हो गयी है।

 जारी आंकड़े इस बात के सूचक हैं कि इस तेल कंपनी ने वित्तीय वर्ष के आरंभ से 20 जून तक एक हज़ार 682 अरब तूमान का तेल देश के अंदर बेचा है जबकि यह बिक्री पिछले वर्ष मात्र एक हज़ार 286 अरब तूमान रही है।

गाज़ा में फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कल घोषणा कि की इज़राइल ने पिछले 24 घंटों में 200 अन्य फ़िलिस्तीनियों को शहीद कर दिया हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार , फ़िलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि इज़राइल सरकार ने पिछले 24 घंटों में 4 नए हमले किए हैं।

जिसमें 35 लोग शहीद हो गए और 130 लोग घायल हो गए, इस प्रकार अब तक 37 हज़ार 431 लोग मारे गए हैं कई लोग शहीद हुए और 85 हजार 653 लोग घायल हुए।

लगातार 258वें दिन इज़रायली सेना ने गाजा पट्टी के विभिन्न इलाकों पर हवाई, जमीनी और हमले जारी रखे हैं और पिछले 24 घंटों के दौरान उसने शहर के उत्तर में अलशुजाइया पड़ोस पर बमबारी की है।

बुधवार की रात कब्ज़ा करने वाले ज़ायोनी सैनिकों ने रफ़ा के पूर्व में सलाहुद्दीन स्ट्रीट पर मानवीय सहायता की प्रतीक्षा कर रहे फ़िलिस्तीनियों की एक सभा को भी निशाना बनाया जिसमें दस नागरिक मारे गए।

 

ईरान के ज़ंजान प्रांत में इस्लामिक प्रचार संस्थान के महानिदेशक ने कहा: ग़दीर खुम और उसके फ़लसफ़े को अधिक से अधिक समझाया जाना चाहिए ताकि मुस्लिम दुनिया "विलायत" की वास्तविकता को अच्छी तरह से जान सके।

ज़ंजान के एक रिपोर्टर के अनुसार, ईरान के ज़ंजान प्रांत में इस्लामिक प्रचार संस्थान के महानिदेशक हुज्जतुल इस्लाम अली यूसुफी ने कहा: ग़दीर की वास्तविकता को बढ़ावा देने और इसे और अधिक समझाने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा: ईद अल-अज़्हा से ईदे ग़दीर खुम तक के दशक को इमामत और विलायत का दशक कहा जाता है और इसका एक विशेष फ़लसफ़ा भी है।

ज़ंजान प्रांत में इस्लामिक प्रचार संस्थान के महानिदेशक ने कहा: निकटता में दो ईदों की उपस्थिति और समन्वय की कई मांगें हैं। इसके महत्व और स्थान पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

 

हुज्जतुल इस्लाम यूसुफी ने कहा: इमामत और विलायत के मुद्दे पर अहले-बैत और इमामिया ने बहुत जोर दिया है और यह हम सभी का कर्तव्य है कि हम पैगंबर (स) के संदेश और ग़दीर खुम घटना का प्रकाशन को पूरी दुनिया तक पहुंचाएं।

उन्होंने आगे कहा: ग़दीरे खुम और उनके फ़लसफ़े को यथासंभव समझाया जाना चाहिए ताकि इस्लामी विद्वान "विलायत" की वास्तविकता को अच्छी तरह से जान सकें।

 

 

 

 

 

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वियतनाम दौरे पर हैं। उत्तर कोरिया का दौरा समाप्त कर गुरुवार को राष्ट्रपति पुतिन हनोई के नोई बाई एयरपोर्ट पर पहुंचे। रूसी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए रेड कार्पेट बिछाया गया। वियतनाम के उप प्रधानमंत्री ट्रान हॉन्ग हा, अंतर्राष्ट्रीय मामलों के विभाग सीपीवी केंद्रीय समिति के प्रमुख ली होआई ट्रंग और वियतनाम के डिप्टी विदेश मंत्री ले थी थू हैंग ने रूसी राष्ट्रपति से मुलाकात की।

इस दौरे के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने वियतनाम के चार नेताओं से मुलाकात की, जिसमें राष्ट्रपति, देश की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के महासचिव, प्रधानमंत्री और नेशनल असेंबली के चेयरमैन का नाम शामिल हैं। वह सोवियत और रूसी यूनिवर्सिटी के स्नातकों से भी मिलेंगे। वियतनाम आने से पहले पुतिन उत्तर कोरिया के दौरे पर थे।

संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरान के स्थाई राजदूत ने एलान किया है कि ईरान राष्ट्रसंघ के उस कार्यक्रम का समर्थन करता है जिसके अंतर्गत क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ग़ैर कानूनी हल्के हथियारों के व्यापार से मुक़ाबला करना है।

अमीर सईद ईरवानी ने छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों के व्यापार को रोकने और उससे मुक़ाबले के लिए निरस्त्रीकरण मामले से जुड़े राष्ट्रसंघ के दफ़्तर व टीम के प्रयासों की सराहना की है और बल देकर कहा है कि ईरान इस संबंध में एक सामूहिक संधि तक पहुंचने के लिए इस कांफ्रेन्स के अध्यक्ष और उनकी टीम का समर्थन करता है।

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार इरवानी ने कहा कि ईरान आतंकवाद की भेंट चढ़ने वाले देश के रूप में इस कार्यक्रम को अधिक महत्व देता है कि छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों के व्यापार से मुक़ाबला किया जाना चाहिये।

राष्ट्रसंघ में इस्लामी गणतंत्र ईरान के राजदूत के एलान के अनुसार ईरान ने संबंधित राष्ट्रीय संगठनों व संस्थाओं के मध्य समन्वय और सुविधा के लिए ज़रूरी प्रस्ताव दिया है और छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों विशेषकर मादक पदार्थों की तस्करी से मुक़ाबले की दिशा में ध्यान योग्य कामयाबियां भी हासिल की हैं।

इरवानी ने इस संबंध में आयोजित कांफ्रेन्स में कहा कि तेहरान ने छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों के व्यापार को रोकने के लिए द्विपक्षीय, त्रिपक्षीय और क्षेत्र के कुछ देशों के साथ समझौते कर रखे हैं।

संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरानी राजदूत ने तेहरान के ख़िलाफ़ ग़ैर क़ानूनी प्रतिबंधों के कारण उत्पन्न कठिनाइयों व समस्याओं की ओर संकेत किया और कहा कि ईरान के लिए उत्पन्न की गयी सीमितताओं के कारण छोटे, हल्के और ग़ैर क़ानूनी हथियारों के व्यापार से मुक़ाबले के लिए आवश्यक तकनीक तक तेहरान की पहुंच सीमित हो गयी है।

चाइल्ड पॉवर्टी को लेकर यूनिसेफ ने चौंकाने वाले रिपोर्ट को जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार भारत की स्थिति दुनिया के सबसे खराब है। यहां बच्चों को उचित आहार नहीं मिलता है। भारत का हर चौथा बच्चा भुखमरी का शिकार होता है। साथ ही रिपोर्ट की मानें तो भारत से अच्छी स्थिति पाकिस्तान की है। वहीं दक्षिण एशियाई देशों की बात करें तो चाइल्ड पॉवर्टी में भारत से खऱाब हालात अफगानिस्तान में हैं।

रिपोर्ट की मानें तो दुनिया का हर चौथा बच्चा भुखमरी का शिकार है और अच्छे आहार के लिए संघर्ष कर रहा है। 181 मिलियन बच्चों में 65 फीसदी गंभीर भुखमरी में जीने को मजबूर हैं। यूनिसेफ के आंकड़े बताते हैं कि विश्व स्तर पर 4 में से 1 बच्चा गंभीर श्रेणी में आता है और वह बहुत खराब आहार पर जीवन जी रहा है। यूनिसेफ ने 'चाइल्ड न्यूट्रीटन रिपोर्ट 2024' में 92 देशों पर रिसर्च किया। ये निष्कर्ष यूनिसेफ की वैश्विक 'बाल पोषण रिपोर्ट 2024' का हिस्सा हैं। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 92 देशों में गंभीर बाल खाद्य गरीबी में रहने वाले बच्चों का प्रतिशत बेलारूस में 1% से लेकर सोमालिया में 63% प्रतिशत तक है, जबकि भारत में यह प्रतिशत 40% है जिसे 'उच्च' श्रेणी में रखा गया है।

ईरान की ओलंपिक धाविका ने स्लोवेनिया के चैलेंजर टूर की चैंपियनशिप जीत ली।

ईरान की राष्ट्रीय टीम की धाविका फ़रज़ाना फ़सीही 11:51  के रिकॉर्ड समय के साथ 100 मीटर में चैंपियनशिप जीतने में कामयाब रहीं। वह पहली धाविका थी जो इतने कम समय में फिनिश लाइन को पार करने और खिताब जीतने में कामयाब रहीं।

स्लोवेनिया के मेरिबोर शहर में पेरिस ओलंपिक के मुक़ाबले में भाग लेने के लिए तैयारी प्रतियोगिता में फ़रज़ाना फसीही ने अपने साथी प्रतिद्वंद्वियों के साथ मुक़ाबला किया।

मक्का के सबसे बड़े अल-मसीम शवगृह में 550 शव लाए गए, जिनमें से सभी की अत्यधिक गर्मी के कारण मृत्यु हो गई।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया के हवाले से बताया कि सऊदी अधिकारियों का कहना है कि अत्यधिक गर्मी के कारण बीमार पड़े 2,000 हाजीयो का विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है, जिससे मरने वाले हाजीयो की संख्या बढ़ने की आशंका है।

मक्का; अत्यधिक गर्मी के कारण कई हाजीयो का स्वर्गवास

अंतरराष्ट्रीय समाचार संस्था "एएफपी" ने दावा किया है कि मृत हाजीयो की संख्या में बढ़ोतरी हुई है और कुल संख्या अब 577 हो गई है।

यह याद रखना चाहिए कि पिछले वर्ष हज के दौरान गर्म मौसम के कारण 240 हाजीयो, जिनमें से अधिकांश इंडोनेशियाई नागरिक थे, की मृत्यु की पुष्टि की गई थी।

पिछले महीने प्रकाशित एक सऊदी शोध रिपोर्ट के अनुसार, अत्यधिक गर्म मौसम और जलवायु परिवर्तन से बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के प्रभावित होने की संभावना है और तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो सकता है।

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि सऊदी अरब के अधिकारियों ने हाजीयो को दिन के सबसे गर्म घंटों के दौरान छाते का उपयोग करने, खूब पानी पीने और धूप के संपर्क में आने से बचने की सलाह दी है।

सऊदी हज और उमरा मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष लगभग 1.8 मिलियन भाग्यशाली हाजीयो ने हज किया, जिनमें से 1.6 मिलियन विदेश से आए तीर्थयात्री थे।

 

 

 

 

 

हज के दौरान सऊदी अरब और खास कर मक्का में हो रही मौतों में गर्मी से ज़्यादा खराब व्यवस्था हाजियों की जान ले रही है। इस साल हज के दौरान गर्मी के अलावा अव्यवस्था का सामना भी हज यात्रियों ने किया है। इससे स्थिति और ज्यादा खराब हो गई। बड़ी संख्या में भारतीयों ने भारतीय हज समिति (एचसीआई) के अधिकारियों द्वारा कुप्रबंधन की शिकायत की है। शिकायत में शिविरों में साफ-सफाई की कमी, अपर्याप्त भोजन और मीना में टेंट सिटी में भीड़भाड़ शामिल है।

हाजियों ने शिविरों की खराब स्थितियों के बारे में शिकायत करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। तेलंगाना के एक तीर्थयात्री ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि हमारे साथ भिखारियों से भी बदतर व्यवहार किया गया।

हाजियों ने कहा कि भारतीय शिविर भीड़भाड़ वाले और गंदे थे और सऊदी अरब में एचसीआई के अधिकारी मददगार नहीं थे। मुंबई स्थित हज तीर्थयात्री सामाजिक न्याय समूह के शम्स चौधरी ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट हैं कि जिस तंबू 80 से 100 तीर्थयात्रियों को रहना था, उसमें 200 तकर हाजियों को रखा गया।

चौधरी ने कहा कि आप इसके लिए हज समिति और सरकार को दोषी ठहरा सकते हैं। ऐसी परेशानी केवल भारतीयों को ही नहीं हुई बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्की के तीर्थयात्रियों को भी इसी तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।