लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के वरिष्ठ कमांडर शहीद मुस्तफ़ा बदरुद्दीन के परिजनों ने इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता से मुलाक़ात की है।
आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने इस मुलाक़ात में शहीद बदरुद्दीन के साहस और शौर्य की सराहना करते हुए कहा कि मैंने इस महान शहीद के ठोस और फ़ौलादी व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ सुना है और ईश्वर से उनके दर्जे उच्च करने और आप लोगों के धैर्य की प्रार्थना करता हूं। वरिष्ठ नेता ने कहा कि हिज़्बुल्लाह और प्रतिरोधकर्ताओं के अस्तित्व की बरकत से लेबनान एक आदर्श भूमि में बदल चुका है और वास्तव में एेसी जगहें कम ही होंगी जहां इतने सारे सच्चे ईमान वाले और निष्ठावान लोग मौजूद हों।
उन्होंने कहा कि यद्यपि भौगोलिक दृष्टि से लेबनान एक छोटा सा देश है लेकिन आध्यात्मिक दृष्टि से वह पूरे क्षेत्र में प्रभाव रखता है और एेसा प्रतिरोध आंदोलन के शहीदों के ख़ून की बरकत से है। इस मुलाक़ात में इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शहीद मुस्तफ़ा बदरुद्दीन के पुत्र अली बदरुद्दीन को अपनी अंगूूठी भेंट स्वरूप दी। ज्ञात रहे कि लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के वरिष्ठ कमांडर मुस्तफ़ा बदरुद्दीन 13 मई को सीरिया की राजधानी दमिश्क़ के हवाई अड्डे के निकट तकफ़ीरी आतंकी गुटों द्वारा किए गए तोपख़ाने के हमले में शहीद हो गए थे।