जिम्बाब्वे की मंत्री का कहना है कि वो ईरान की महिलाओं की उन्नति देखकर हतप्रभ रह गईं और ईरान की महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए देश की सरकार की ओर से उठाए गए क़दमों ने उन्हें हैरान कर दिया है।
ज़िम्बाब्वे की महिला, सामाजिक कार्य, लघु व मध्यम उद्योग विकास मंत्री मोनिका मोत्सवांग्वा ने न्युयार्क में संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में ईरान की महिला व परिवार मामलों की उप राष्ट्रपति इंसिया ख़ज़अली से मुलाक़ात में अपनी ईरान यात्रा को याद करते हुए कहा कि ईरान की सरकार की ओर से जिम्बाब्वी जनता के संघर्ष के भरपूर समर्थन ने दोनों देशों के रिश्तों की बुनियादें मज़बूत कर दीं
मोनिका मोत्सवांग्वा ने कहा कि ईरान और ज़िम्बाब्वे पर पश्चिमी देशों की ओर से लगाए गए एकपक्षीय व अन्यायपूर्ण प्रतिबंधों से महिलाओं और लड़कियों पर भारी दबाव पड़ा है।
इस मुलाक़ात में श्रीमती ख़ज़अली ने कहा कि दोनों देशों की साम्राज्यवादी विरोधी और स्वाधीनता प्रेमी भावना पारस्परिक रिश्तों को मज़बूत करने में प्रभावी रही है।
दोनों ही पक्षों ने ग़ज़ा में महिलाओं की स्थिति पर गहरा खेद जताया और ग़ज़ा के बेगुनाह अवाम के ख़िलाफ़ अमानवीय अपराधों का सिलसिला बंद किए जाने पर ज़ोर दिया।