ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ मेजर जनरल मोहम्मद बाक़ेरी ने सोमवार को तेहरान में सीरियाई रक्षा मंत्री अली महमूद अब्बास के साथ मुलाक़ात में कहा कि इस्राईल की आक्रामकता पर लगाम लगाने के लिए दोनों देशों के बीच निरंतर परामर्श की ज़रूरत है।
ग़ज़ा युद्ध में ज़ायोनी सेना के युद्ध अपराधों का ज़िक्र करते हुए मेजर जनरल बाक़ेरी ने कहा कि इस युद्ध में पीड़ित और असहाय फ़िलिस्तीनियों ने युद्ध की शुरुआत से ही ज़ायोनी शासन ख़िलाफ़ प्रतिरोध का एक नया इतिहास रच दिया है।
उन्होंने यह उल्लेख किया कि क़रीब पिछले छह महीनों के दौरान, इस्राईल के अब तक के सबसे भयानक हमलों के ख़िलाफ़ ग़ज़ा में फ़िलिस्तीनियों के प्रतिरोध ने प्रतिरोधी मोर्चे की उच्च शक्ति और क्षमता का प्रदर्शन किया है।
इस मुलाक़ात में सीरियाई रक्षा मंत्री का कहना था कि ग़ज़ा स्थित प्रतिरोधी संगठनों द्वारा 7 अक्तूबर को इस्राईल के ख़िलाफ़ किए गए अल-अक़सा स्टॉर्म ऑपरेशन के बाद से वैश्विक समीकरण बदल गए हैं।
सीरियाई रक्षा मंत्री अब्बास ने कहाः प्रतिरोधी मोर्चे के सदस्यों के रूप में ईरान और सीरिया की सशस्त्र सेनाओं ने आपसी संबंधों में एक बड़ी सफलता हासिल की है और सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मज़बूत बनाया जाना चाहिए।