संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरानी राजदूत ने यमन और लाल सागर के संबंध में अमेरिका और ब्रिटेन के आरोपों को निराधार कहकर उन्हें रद्द कर दिया है।
राष्ट्रसंघ में ईरानी राजदूत अमीर सईद ईरवानी ने सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के नाम पत्र में लिखा है कि अमेरिका और ब्रिटेन के राजदूतों ने एक बार फिर सुरक्षा परिषद के मंच का दुरूपयोग करने का प्रयास किया है।
उन्होंने कहा कि तेहरान कड़ाई से इन आरोपों को रद्द करता है और उसका मानना है कि वाशिंग्टन और लंदन अपने राजनीतिक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए उसे बहाने के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार अमेरिका और ब्रिटेन यमन के खिलाफ अपने ग़ैर कानूनी हमलों व कार्यों का औचित्य दर्शाने के लिए इस प्रकार की बातें कर रहे हैं। राष्ट्रसंघ में ईरानी राजदूत ने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान किसी प्रमाण के बिना उस बयान को रद्द करता है जिसे सुरक्षा परिषद की बैठक में फ्रांसीसी राजदूत ने पढ़ा।
इसी प्रकार उन्होंने कहा कि फ्रांस सुरक्षा परिषद का एक स्थाई सदस्य है इस नाते तेहरान पेरिस का आह्वान करता है कि वह ज़िम्मेदारी से अमल करे और स्वतंत्र व स्वाधीन देशों पर राजनीतिक आरोप का लेबल लगाने से परहेज़ करे।
इसी प्रकार राष्ट्र संघ में ईरानी राजदूत ने यमन के खिलाफ अमेरिका के तथाकथित घटबंधन के हमलों को गैर कानूनी बताया और एक बार फिर उनकी भर्त्सना की और उसे यमन की संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का खुला उल्लंघन बताया। इसी प्रकार सईद ईरवानी ने इन हमलों को क्षेत्र की शांति व सुरक्षा के गम्भीर खतरा बताया