माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट टम्बलर पर एक यूज़र ने अपनी एक पोस्ट में फ़िलिस्तीनी बच्चों को इंसान नहीं बताने की पश्चिमी मीडिया की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
अगर यह मीडिया आउटलेट्स बच्चों को बच्चा नहीं कह सकते, तो हक़ीक़त में उनके बारे में क्या सोचा जाए?
इस यूज़र ने जो फ़ोटो पोस्ट किए हैं, उससे पता चलता है कि एसोसिएटेड प्रेस, गार्जियन और वाशिंगटन पोस्ट जैसे मीडिया आउटलेट्स बच्चों को बच्चा कहने के बजाए उन्हें 18 वर्ष से कम उम्र का व्यक्ति कहते हैं और उनकी मौत के बारे में बात करने के बजाए, उनके लिए हताहत जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।
अवैध ज़ायोनी शासन की स्थापना की शुरुआत से अब तक लाखों निर्दोष फ़िलिस्तीनी शहीद हो गए, लाखों अन्य विस्थापित हुए हैं। इस बीच, कुछ पश्चिमी मीडिया आउटलेस्ट इस शासन के अपराधों पर पर्दा डालकर, उसके मानव विरोधी अपराधों में वृद्धि के लिए भूमि प्रशस्त करते हैं।